नई दिल्ली, संयुक्त राष्ट्र ने बच्चों में कुपोषण और गर्भवती महिलाओं में रक्त की कमी की समस्या को खेती के माध्यम से दूर करने के लिए एक प्रायोगिक योजना शुरू की है।
देश के आदिवासियों के बच्चों में कुपोषण और गर्भवती महिलाओं में रक्त की कमी की समस्या और जटिल है जिसके कारण संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन ने इस योजना की शुरूआत ओडिशा से की है। इसका उद्देश्य आदिवासी समूहों के बीच भोजन में पौष्टिक तत्वों के प्रति जागरूकता बढ़ाना तथा उसके अनुरूप खेती के तरीकों का प्रसार करना है।
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार कुपोषण को दूर करने के लिए देश में पौष्टिक भोजन कार्यक्रम पांच दशक से चलाया जा रहा है इसके बावजूद कुपोषण की गंभीर समस्या है और लोगों में विटामिन एवं खनिजों की कमी है जिसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है। देश में एक चौथाई से अधिक बच्चे किसी न किसी रूप में कुपोषण के शिकार हैं। गर्भवती समेत 50 प्रतिशत महिलाओं में रक्त की कमी है जबकि 60 प्रतिशत बच्चे इसके दायरे में हैं।