नई दिल्ली, नोटबंदी के बाद एक महीने में राजधानी में जघन्य अपराधों में 33 प्रतिशत की कमी आई है। थानों में दर्ज मामलों के आधार पर नोटबंदी के फैसले के बाद से हर प्रकार के अपराधों में भारी कमी देखने को मिल रही है।
पिछले महीने के थानों के रिकॉर्ड के मुताबिक, नोटबंदी के बाद एक महीने में 9 नवम्बर से 8 दिसम्बर तक हथियारों के बल पर 315 कैश रॉबरी हुई हैं। पिछले साल इस तरह के दोगुने मामले दर्ज हुए थे। पुलिस अफसर भी मान रहे हैं कि लूटपाट की घटनाओं में 45 प्रतिशत की कमी रही है। पिछले एक महीने में फिरौती के एक भी मामले दिल्ली पुलिस ने दर्ज नहीं किये हैं। जबरन उगाही के मामलों में तो 55 प्रतिशत कमी दर्ज की गई है। हालांकि नोटबंदी के फैसले के बाद कुछ खास तरह के जुर्म बढ़ गए हैं। सेंधमारों ने घरों और दुकानों के ताले तोड़ कर कैश और गोल्ड की चोरी बढ़ा दी है। अवैध शराब के खिलाफ दर्ज केसों की संख्या 141 से बढ़ कर 202 हो गई।