लखनऊ, समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी के बीच व्याप्त बिजली संकट के लिये योगी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि भीषण गर्मी के बीच अघोषित बिजली कटौती से प्रदेश की जनता झुलस रही है और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की डबल इंजन सरकार सत्ता की खुमारी में है।
अखिलेश ने शुक्रवार को कहा, “पूर्वांचल से लेकर पश्चिमी यूपी तक लोग त्राहि-त्राहि कर रहे हैं। गर्मी बढ़ने के साथ बिजली संकट गहराता जा रहा है। खुद भाजपा के विधायकों और राज्यमंत्री तक ने इस सम्बंध में ऊर्जा मंत्री और एम.डी. पावर कारपोरेशन को पत्र लिखे हैं। प्रदेश में हर तरफ हाहाकार मचा है पर भाजपा की डबल इंजन सरकार सत्ता की खुमारी में है।”
अखिलेश ने कहा कि बिजली उत्पादन के क्षेत्र में पिछले पांच साल भाजपा ने कुछ नहीं किया। कई बिजली उत्पादन इकाइयां ठप है। बिजली की मांग और उपलब्धता में भारी अंतर के चलते गांव, कस्बों और तहसील मुख्यालयों में अंधाधुंध कटौती हो रही है। खुद राजधानी लखनऊ में भी बिजली के झटके महसूस होने लगे हैं। रोस्टर केवल कहने-सुनने के लिए है। बुनकर उद्योग बंद हो रहा है।
उन्होंने कहा कि मौसम वैज्ञानिक पहले ही भीषण गर्मी होने की चेतावनी दे चुके थे। मई में 48 डिग्री तापमान में गर्मी झुलसा सकती है। इसके बावजूद भाजपा सरकार ने पहले कोई राहत के कदम नहीं उठाए। अखिलेश ने केन्द्र सरकार पर भी उप्र को पर्याप्त कोयला की आपूर्ति नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा कि केन्द्र की ओर से 10 हजार मेगावाट कोटे की बिजली उत्तर प्रदेश को नहीं मिल रही है।
अखिलेश ने कहा कि सपा ने विधानसभा चुनाव में 300 यूनिट बिजली मुफ्त देने का वादा किया था। जनता को बरगलाने के लिए चुनाव में भाजपा ने भी झूठे वादे कर दिये, लेकिन चुनाव खत्म होते ही भाजपा का असली चेहरा सामने आ गया। भाजपा सरकार बिजली बिल वसूली के नाम पर राजनीतिक विरोधियों के कनेक्शन काट रही है और मुकदमे दर्ज कर रही है।