लखनऊ, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद हरकत में आई राजधानी पुलिस गायत्री प्रजापति के आवास में छापेमारी की। उनके न मिलने पर अब पुलिस साक्ष्यों को एकत्र कर प्रजापति की गिरफ्तारी के लगातार दबिश दे रही है। मामले को लेकर एडीजी लॉ एण्ड आर्डर दलजीत चौधरी ने बताया कि जैसा कि गौतमपल्ली थाने में महिला की तहरीर पर परिवहन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति समेत छह लोगों के खिलाफ दुष्कर्म व कई संगीन धाराओ में मुकदमा दर्ज है।
इसकी जांच के लिए आलमबाग सीओ अमिता सिंह पुलिस फोर्स के साथ मंत्री के सरकारी आवास पर छापेमारी भी की, लेकिन वह आवास पर नही मिले। ऐसे में जब अमेठी पुलिस द्वारा क्षेत्र में उनकी तलाश करवायी गई तो वहां भी प्रजापति का कोई सुराग नही मिला। बता दे कि सत्ता की हनक के चलते पुलिस ने पीड़िता की तहरीर नही ली थी, जिसके बाद वह सुप्रीम कोर्ट में न्याय की गुहार लगाई। सर्वोच्च न्यायालय की फटकार के बाद हरकत में आयी पुलिस ने फौरन थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया, लेकिन गिरफ्तारी नही की गई। सुप्रीम कोर्ट के दबाव पर पुलिस जब उनके आवास और अमेठी में छापेमारी की तो मंत्री गायब है। ऐसे में एडीजी एंड लॉ ने बताया कि मंत्री के खिलाफ कई साक्ष्य मिले है, पुलिस कभी भी उनकी गिरफ्तारी कर सकती है जिसके लिए लगातार दबिश भी दी जा रही है।