अलवर, राजस्थान के अलवर में गुरूवार को अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) की पहली पारी की परीक्षाएं हुई लेकिन गूगल मैप ने करीब छह परीक्षार्थियों को रास्ता भटका दिया जिससे वह परीक्षा से वंचित हो गए।
कुछ परीक्षार्थियों का केंद्र अलवर का गौरी देवी महाविद्यालय आया गूगल मैप के जरिए कुछ परीक्षार्थि अलवर पहुंचे और उन्हें कॉलेज का दूसरा दरवाजा दिखाया जा रहा था। उस दरवाजे से प्रवेश नहीं था।
हरियाणा के अमित ने बताया कि वह अलवर के जीडी कॉलेज 15 मिनट पहले ही पहुंच गए लेकिन गूगल मैप से कॉलेज का जो रास्ता दिखाया जा रहा था वह बंद गेट था जबकि कॉलेज का गेट दूसरा था। उन्होंने बताया कि जब तक हम केंद्र के प्रवेश द्वार पर पहुंचे तो गेट पर एंट्री नहीं दी गई। मात्र 30 सेकंड देर से पहुंचने के करना उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया।
इसी तरह छात्रा संध्या ने बताया कि गूगल मैप ने रास्ता भटका दिया। चार साल से मेहनत कर रहे है। एक मिनट देर से पहुंचने के कारण उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया। गूगल मैप ने कई परीक्षार्थियों का अध्यापक बनने का सपना तोड़ दिया। कई जगह रोड जाम के कारण परेशानी का सामना करना पड़ा।
नोडल प्रभारी बीना महावर ने बताया कि रीट परीक्षा 27 फरवरी को प्रथम पारी में प्रातः 10 बजे से परीक्षा शुरू हो गई। सभी को बायोमेट्रिक तरीके से पहचान कर प्रवेश दिया जा रहा है। द्वितीय पारी में दोपहर 3 बजे से सांय 5ः30 बजे तक (लेवल द्वितीय) एवं 28 फरवरी को तृतीय पारी में प्रातः 10 बजे से दोपहर 12ः30 बजे तक (लेवल द्वितीय) में सम्पन्न होगी।
उन्होंने बताया कि परीक्षा को निर्विघ्न और पारदर्शिता से संचालन के लिए तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। हर
परीक्षा केंद्र पर 6 पुलिस कर्मियों का जब्ता रहेगा और तीन स्तरीय की फ्लाइंग स्क्वायड बनाई गई है। तीन परीक्षा केदो पर एक शिक्षक विभाग का प्रिंसिपल रैंक अधिकारी रहेंगे। 5 परीक्षा केंद्रों पर जोनल फ्लाइंग बनाई गई है जिसमें तहसीलदार थाना प्रभारी रैंक के अधिकारी रहेंगे और दस परीक्षा केंद्रों पर राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी फ्लाइंग स्क्वायड में रहेंगे।