गुरुवायूर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को यहां भगवान श्री कृष्ण मंदिर में पूजा और विशेष तुलाभारम अनुष्ठान (कमल के फूलों से तौलना) किया। उन्होंने केरल के पारंपरिक परिधान ‘मुंडु’ (धोती) और ‘अंगवस्त्रम’ पहनकर पूजा अर्चना की। मोदी ने गुरुवायूर मंदिर में तुलाभरम करने की इच्छा व्यक्त की थी। इसलिए मंदिर प्रशासन ने इसके लिए तमिलनाडु से 100 किलो कमल के फूल मंगवाये थे। प्रधानमंत्री ने पारंपरिक परिधान पहनकर पूजा अर्चना की। मंदिर में ‘तुलाभारम’ पूजन परंपरा के तहत श्री मोदी को कमल के फूलों से तौला गया।
प्रधानमंत्री भगवान श्री कृष्ण की मूर्ति के सामने कुछ मिनटों तक खड़े रहे और इसके बाद गणपति और भगवती मंदिर गये। उन्होंने मंदिर में देवी-देवताओं पर घी, फल और फूल चढ़ाये। मंदिर के मुख्य पुजारी वासुदेवन नम्बोदरी ने श्री मोदी को प्रसाद दिया। श्री मोदी मंदिर में करीब 30 मिनट तक रहे। मंदिर प्रशासन के अनुसार प्रधानमंत्री ने पूजा के लिए लगभग 40 हजार रुपये दिये। इससे पहले श्री मोदी ने 2008 में गुरुवायूर मंदिर का दौरा किया था। जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे। इस बार लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की भारी जीत के बाद वह विशेष पूजा के लिए मंदिर आये हैं।
मोदी के साथ केरल के राज्यपाल पी. सदाशिवम, मंदिर मामलों के राज्य मंत्री कटकम्बली सुरेन्द्रन और विदेश मामलों एवं संसदीय कार्य राज्य मंत्री वी मुरलीधरन भी थे। बाद में प्रधानमंत्री ने गेस्ट हाउस में कुछ समय व्यतीत किया जहां वह देवास्वम अधिकारियों से मिले और मंदिर शहर के लिए मास्टर प्लान के बारे में चर्चा की। श्री मोदी ने शहर के लिए 450 करोड़ रुपये की विकास योजना का एक ज्ञापन देवस्वाम को सौंपा।
उन्होंने कोच्चि रवाना होने से पहले पास के हाई स्कूल के मैदान में एक जनसभा को संबोधित किया। प्रधानमंत्री कॉलेज के मैदान में हेलीकॉप्टर से कोच्चि से पहुंचे और सीधे श्रीवल्सम गेस्ट हाउस पहुंचे। वह लगभग 12 बजाकर 50 मिनट पर एक जनसभा को संबोधित करने के बाद कोच्चि वापस लौटेंगे।