गोरखपुर, कोरोना की दूसरी लहर में स्थगित की गयी पड़ाेसी प्रांत बिहार के लिये बस सेवा को उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने फिर से संचालित करने की तैयारी शुरू कर दी है।
निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक पी के तिवारी ने रविवार को बताया कि उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों के लिए गोरखपुर से पटना, मोतिहारी और रक्सौल के बीच रोजाना पूर्व निर्धारित किराया एवं समय सारिणी के आधार पर संचालित करने की योजना बनायी जा रही है।
उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण की स्थिति सामान्य होने के बाद उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों का आवागमन बढ गया है। बिहार के पटना, सिवा, छपरा, मोतिहारी, रक्सौल, गोपालगंज से गोरखपुर समेत विभिन्न शहरों में रोजाना हजारों लोगों की आवाजाही शुरू हो गयी है। बिहार के सैकडों लोग परिवार के साथ गोरखपुर में रहते है।
श्री तिवारी ने बताया कि विभिन्न महानगरों में नौकरी करने वाले बिहार के अधिकतर प्रवासी भी गोरखपुर जंक्शन पर ही उतरते हैं और यहां पहुंचने के बाद लोग बसों से अपने अपने घर जाते है मगर बस सेवा बन्द होने से लोगों की मुश्किलें बढ गयी है। मजबूरी में प्राइवेट बसों से यात्रा करनी पड रही है ऐसेें लोग फिर से यूपी-बिहार बस सेवा शुरू होने का इंतजार करने लगे हैं।
उन्होंने बताया कि बस सेवा बहाल करने के लिए शासन से हरी झंडी मिल गयी है और जल्द ही यूपी-बिहार बस सेवा सेवा शुरू की जायेगी। गौरतलब है कि निगम की बस सेवा बन्द होने से निजी बस संचालक यात्रियों को जबरन बैठाते हैं और मनमाना किराया वसूलते हैं और यही नहीं रास्ते में कुछ को उतार भी देते हैं। गोरखपुर से रोजाना लगभग 100 डग्गामार बसे चल रही है। यह सभी बसें गोरखपुर रेलवे स्टेशन के सामने और गोरखपुर विश्वविद्यालय चौराहा से रेल म्यूजियम तक सडक पर लगी रहती हैं जिससे हर पल जाम की स्थिति और दुर्घटना की अराशंका बनी रहती है।