लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज स्थानीय लामार्टीनियर ग्राउण्ड पर गौरैया संरक्षण के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित ‘विश्व गौरैया दिवस’ कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि लोगों को जोड़ कर एवं इस विषय पर शिक्षित कर हम गौरैया का संरक्षण कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस दिशा में राज्य सरकार लोगों की मदद ले रही है। उन्होंने कहा कि गौरैया के संरक्षण के लिए हम सभी को एकजुटता दिखानी पड़ेगी ताकि इस पक्षी की पुनः वापसी हो सके।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने डाक तार विभाग के ‘फस्र्ट डे स्टैम्प कवर’ का विमोचन करने के साथ-साथ एक विशेष पुस्तक ‘प्यारी गौरैया’ का विमोचन भी किया। उन्होंने कल आयोजित ‘स्पैरो क्विज’ के विजेताओं को स्मृति चिन्ह भी प्रदान किए। साथ ही, पांच बच्चों को प्रतीक स्वरूप गौरैया के घोंसले भी बांटे। उन्होंने गौरैया संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक बनाने के लिए निकाली गई साइकिल रैली के प्रतिभागियों को भी सम्मानित किया। गौरैया संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए टाइम्स आॅफ इण्डिया के प्रबन्धक श्री धनुष वीर सिंह, लखनऊ विश्वविद्यालय की प्रो0 अमिता कनौजिया, सी.ई.ई. की सुश्री प्रीति कनौजिया तथा चेकोस्लोवाकिया से आए गौरैया विशेषज्ञ श्री पीटर स्पिक को सम्मानित भी किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री को बर्ड फेस्टिवल के दौरान एक समय में सर्वाधिक लोगों द्वारा पक्षियों का अवलोकन करने से सम्बन्धित लिम्का बुक आॅफ रिकाॅर्ड्स का सर्टिफिकेट भी भेंट किया गया।
उल्लेखनीय है कि गौरैया संरक्षण के प्रति जन जागरूकता उत्पन्न करने हेतु सम्पूर्ण विष्व में प्रत्येक वर्ष 20 मार्च, विष्व गौरैया दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसके अंतर्गत प्रदेष में ग्रीन यू0पी0-क्लीन यू0पी0 अभियान के अन्तर्गत गौरैया व पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता व संवेदनषीलता उत्पन्न करने हेतु प्रदेष में वृृह््द स्तर पर कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है।