चेन्नई, चंद्रयान-2 बुधवार को पृथ्वी की कक्ष से बाहर निकलकर सफलतापूर्वक लूनर ट्रांसफर ट्राजेक्टरी में प्रवेश कर गया और अब यह चंद्रमा की ओर बढ़ रहा है। चंद्रयान-2 अपने इस सफर को पूरा करने के बाद सात सितंबर को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर कदम रखेगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ( इसरो) ने 22 जुलाई को चंद्रयान-2 को लांच किया था।
इसरो के सूत्रों ने बताया कि चंद्रयान-2 ने बुधवार तड़के दो बजकर 21 मिनट पर धरती की कक्षा से बाहर निकलकर सफलतापूर्वक लूनर ट्रांसफर ट्राजेक्टरी में प्रवेश कर गया। इससे पहले चंद्रयान-2 ने 23 अगस्त से छह अगस्त के बीच पांच बार पृथ्वी की कक्षा बदली है। बेंगुलरु में इसरो टेलेमेट्री, ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क (आईएसटीआरएसी) मिशन ऑपरेशन कॉम्प्लेक्स (एमओएक्स) के माध्यम से अंतरिक्ष यान चंद्रयान-2 के सफर की करीब से निगरानी कर रहा है। निगरानी के लिए इंडियन डीप स्पेस नेटवर्क (आईडीएसएन) एंटेना का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।
चंद्रयान-2 गत 22 जुलाई को लांच होने के बाद से बिना किसी खराबी के सामान्य रूप से कार्य कर रहा है। चंद्रयान-2 20 अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करेगा। इसके बाद चंद्रमा की अंतिम कक्षा में पहुंचने से पहले इसे इसकी चार कक्षाओं से गुजरना होगा।