Breaking News

चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र में अखिलेश यादव ने दिया एक खामोश क्रांति को अंजाम

kgmu cardio extensionचार वर्षांे में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के प्रयासों से चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र में एक खामोश क्रांति को अंजाम दिया जा रहा है। चार वर्षों में राज्य सरकार ने न केवल ऐतिहासिक फैसले लेकर उन्हें जमीन पर उतारने का काम किया है, बल्कि गांव एवं गरीब तक पहुंचने का प्रयास भी किया गया है। राज्य में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य की सर्वसुलभ सुविधा के लिए गम्भीरता से काम किया जा रहा है। चिकित्सकों की संख्या बढ़ाने के लिए जहां नये राजकीय मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की जा रही है, वहीं प्रशिक्षित पैरामेडिकल स्टाफ की कमी को दूर करने के लिए नये संस्थानों की स्थापना के साथ-साथ पुराने संस्थानों की क्षमता बढ़ायी जा रही है।

देश की आजादी से लेकर वर्ष 2012 तक जहां राज्य में एम0बी0बी0एस0 की 1140 सीटे थी, वहीं इस वर्ष इनकी संख्या बढ़कर 1740 हो गई है, जो कि आगामी वर्षाें में 03 हजार से अधिक हो जाएंगी। इस वर्ष के बजट में 11 राजकीय मेडिकल काॅलेजों के निर्माण के लिए आवश्यक धनराशि का प्राविधान किया गया है। इसी प्रकार एम0डी0/एम0एस0 की वर्तमान 603 सीटों की संख्या इस वर्ष के अन्त तक बढ़कर करीब 01 हजार हो जाएगी। पैरामेडिकल स्टाफ की उपलब्धता बढ़ाने के लिए भी काम किया जा रहा है। अगले वर्ष से करीब 15 हजार पैरामेडिकल कर्मी उपलब्ध होने लगेंगे। गत वित्तीय वर्ष में चिकित्सा शिक्षा विभाग के लिए जहां 1600 करोड़ रुपये का बजट प्राविधान किया गया था, वहीं इस वर्ष 3600 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है।

मुख्यमंत्री  ने आज  साइंटिफिक कनवेंशन सेण्टर में किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (के0जी0एम0यू0) की लगभग 300 करोड़ रुपये की लागत की 35 परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। जिन महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया उनमें लगभग 105 करोड़ रुपये की लागत से किए जाने वाले कार्डियोलोजी वार्ड का विस्तार प्रमुख है।  कार्डियोलाजी विभाग के भवन का विस्तार पूरा हो जाने पर विभाग में 100 बेड की बढ़ोत्तरी हो जाएगी। कार्डियोलाजी विभाग की सेवाओं को साल के सभी दिन 24 घण्टे (24×7,365) मुहैया कराने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा भवन के विस्तार कार्य का शिलान्यास किया गया। इसके साथ ही, बर्न यूनिट एवं आर्गन ट्रांसप्लाण्ट आई0सी0यू0 का भी शिलान्यास किया गया। लोकार्पित की जाने वाली परियोजनाओं में रायबरेली रोड स्थित ट्रामा सेण्टर-2 के साथ-साथ इलेक्ट्रान माइक्रोस्कोपी, लीनियर एक्सेलरेटर एवं मेमोग्राफी मशीन भी शामिल है।कार्डियोलाजी विभाग में प्रत्येक जरूरी सुविधाएं शीघ्र उपलब्ध कराने के लिए इस भवन को टर्न-की बेसिस पर बनाया जाएगा, जिससे सारे कार्या को पूरा करने हेतु एक ही संस्था की जिम्मेदारी निर्धारित की जा सके।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *