चीन को लेकर, रक्षामंत्री और असम के राज्यपाल के विरोधाभासी बयान, किसको माने सच ?
June 30, 2017
नई दिल्ली, भारत और चीन के बीच बढ़ते सीमा विवाद के बीच रक्षा मंत्री अरुण जेटली के बयान के बाद, असम के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित का बिल्कुल उलट बयान आ गया है। अब आखिर सच कौन बोल रहा है ?
सिक्किम की सीमा पर चीनी सैनिकों की कार्रवाई से भारत और चीन के बीच तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है। इसी बीच, असम के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने विवादित और सेना के मनोबल को तोड़ने वाला बयान दे दिया है। नॉर्थ-ईस्ट के शीर्ष पुलिस अधिकारियों की 24वीं कांफ्रेंस में राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने कहा कि भारत चीन के साथ लड़ाई नहीं कर सकता।
उन्होंने कहा ‘चीन हमसे दो साल पहले या बाद में स्वतंत्र हुआ था लेकिन, आज हालात ये है कि हम चीन से डरते हैं।’ राज्यपाल ने कहा कि चीन आज ताकत में हमसे बहुत आगे है इसीलिए हम उनके साथ लड़ाई नहीं करना चाहते। भ्रष्टाचार ने देश को बर्बाद कर दिया है।
इससे पहले चीन ने भारत को धमकाते हुए कहा था कि अगर उसने ‘चीनी क्षेत्र’ से अपने सैनिकों को वापस नहीं बुलाया, तो सीमा पर मौजूदा तनाव में और वृद्धि होगी। चीन ने भारत को 1962 की लड़ाई की ‘हार से सबक’ लेने की चेतावनी देते हुए ‘युद्ध की तरफ नहीं बढ़ने’ को लेकर आगाह किया था।
चीन की इस धमकी का जवाब देते हुए रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने चीन को चेताते हुए कहा था कि वह 1962 और 2017 के भारत को एक समझने की भूल नहीं करे। जेटली ने कहा, ‘सन 1962 और साल 2017 के भारत में काफी फर्क है।