चुनाव आयोग ने भाजपा के दलित आरक्षण और दलितों पर अत्याचार से संबंधित विज्ञापनों पर रोक लगा दी है। चुनाव आयोग ने भाजपा को पत्र लिखकर कहा है कि पार्टी इस तरह का विज्ञापन कतई जारी न करे। भाजपा ने 28 और 29 अक्टूबर को विभिन्न समाचार पत्रों में विज्ञापन जारी कर महागठबंधन पर दलितों का आरक्षण छीनने का साजिश करने का आरोप लगाया था। दलितों पर हुए अत्याचारों का जिक्र करते हुए भाजपा द्वारा विज्ञापन प्रकाशित किया गया था। पहले दिन प्रकाषित विज्ञापन में जिक्र है कि दलितों और पिछड़ों की थाली खींच अल्पसंख्यकों को आरक्षण परोसना क्या सुशासन है? 29 अक्टूबर को प्रकाशित विज्ञापन में जिक्र है कि वोटों की खेती के लिए आतंक का फसल सींचना क्या सुशासन है? चुनाव आयोग ने राजद की शिकायत पर भाजपा के दलित आरक्षण और दलितों पर अत्याचार से संबंधित विज्ञापनों पर रोक लगायी है। महागठबंधन ने भाजपा की हार पर पाकिस्तान में पटाखे फाड़े जाने की आशंका से संबंधित भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बयान पर भी सख्त आपत्ति जताई थी।