लखनऊ, बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा है कि चुनावी स्वार्थ के लिए प्रायोजित बौद्ध भिक्षुओं द्वारा निकाली गयी धम्म यात्रा बुरी तरह से विफल साबित हुई। शुक्रवार को जारी एक बयान में मायावती ने कहा कि अध्यक्ष अमित शाह द्वारा किये गये यात्रा के समापन समारोह में दलित वर्ग के लोग शामिल नहीं हुये, बल्कि अधिकांशतः भाजपा व आरएसएस के लोगों को ही नकली दलित बनाकर शामिल कराया गया। उन्होंने कहा कि जिन बौद्ध भिक्षुओं को सम्मानित करने की बात की गयी है, उनमें से भी ज्यादातर नकली बौद्ध भिक्षु बने हुये थे। उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा प्रायोजित यह धम्म यात्रा अत्यन्त ही विवादित रही तथा जगह-जगह इसका विरोध भी हुआ। मायावती ने कहा कि दलितों के प्रति भाजपा की जातिवादी एवं संकीर्ण मानसिकता का ही परिणाम है कि दलितों व पिछड़ों को उनके आरक्षण की सुविधा को समाप्त करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। सरकारी क्षेत्र की नौकरियों को इन वर्गों के लिये सीमित कर दिया गया है तथा प्राइवेट सेक्टर को बढ़ावा देकर इन लोगों के लिये नौकरियों के दरवाजे़ बन्द कर दिये गये हैं। प्रमोशन में आरक्षण की पुरानी चली आ रही व्यवस्था पर तो पूरी तरह से विराम ही लगा दिया गया है। इसके साथ ही सामाजिक क्षेत्र के साथ-साथ दलित उत्थान की योजनाओं में धन की कटौती करके उन्हें लगभग निष्प्रभावी ही बना दिया गया है।