18वें सैफई महोत्सव का विधिवत् शुभारम्भ करते हुए सांसद प्रो. रामगोपाल यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में छिपी प्रतिभाओं को निखारने और उन्हें तराशने तथा भारतीय संस्कृति एवं लोककलाओं के संवर्धन और संरक्षण में सैफई महोत्सव का मंच मील का पत्थर साबित हुआ है।रामगोपाल यादव ने कहा कि यह महोत्सव अब देश भी नहीं विदेशों में भी अपनी पहचान बना चुका है और स्व. रणवीर सिंह के नाम के बिना इस महोत्सव की कल्पना भी नहीं की जा सकती। प्रो. यादव ने कहा कि रणवीर सिंह की सोच बहुत दूरगामी थी और इसी के परिणामस्वरूप इस अवसर पर उन्होंने क्षेत्रीय जनता को भी धन्यवाद देते हुए कहा कि वह बेहद अनुशासित रहकर महोत्सव में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों एवं यहां आने वाले कलाकारों की कलाओं का आनन्द उठाते हैं। सैफई महोत्सव,भारतीय संस्कृति और लोक कलाओं को आगे बढ़ाने का सर्वाधिक सशक्त मंच साबित हो रहा है.यह विचार प्रदेश के लोक निर्माण, सहकारिता एवं सिंचाई मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने आज सैफई महोत्सव के उद्घाटन अवसर पर खचाखच भरे मास्टर चंदगीराम स्टेडियम पर व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि सैफई महोत्सव का मंच एकता, समता और समानता का संदेश देता है। उन्होंने सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के मार्गदर्शन में स्व. रणवीर सिंह द्वारा शुरु किये गये सैफई महोत्सव को बेहद प्रासंगिक बताते हुए कहा कि यह महोत्सव नेताजी की कल्पना की ऊंचाइयों को दिनोंदिन छू रहा है और इसके पीछे है नेताजी का वह समर्थन जोकि वह मौका मिलते ही ग्रामीण क्षेत्रों में छिपी प्रतिभाओं और कलाकारों को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करते रहते हैं।
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद जया बच्चन ने उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि आने वाले समय में सैफई महोत्सव उत्तर प्रदेश को देश ही नहीं, बल्कि विदेशों तक में अपने सम्मान दिलायेगा। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव की नीतियां महिलाओं और दलितों को विकास और तरक्की के रास्ते पर ले जाने वाली साबित हो रही हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि पंचायत चुनाव में सपा ने 40 फीसदी महिलाओं को टिकट दिये और राजनीति में सबसे ज्यादा अगर कोई पार्टी महिलाओं व दलितों का सम्मान करती है तो वह है समाजवादी पार्टी। सैफई महोत्सव समिति के अध्यक्ष एवं सांसद बदायूं धर्मेन्द्र यादव ने उद्घाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि सैफई महोत्सव के मंच के माध्यम से वह लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में छिपी प्रतिभाओं और कलाकारों को आगे बढ़ाने का काम करते रहेंगे तथा भरसक प्रयास करेंगे कि वह नेताजी की समता और समानता की नीति को आगे बढ़ाने में खरे उतरेंगे। इस अवसर पर उन्होंने लोकधारा कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले इटावा, मैनपुरी के छात्र छात्राओं और उनके प्रशिक्षकों को धन्यवाद और बधाई दी।