जल्द मौसम मे होगा बड़ा परिवर्तन, पढ़िये मौसम विशेषज्ञों की भविष्यवाणी..
October 29, 2017
लखनऊ, प्रदेश में सुबह और रात के मौसम में जहां अब ठण्ड का असर दिखने लगा है वहीं दिन में भी धूप के तेवरों में कमी आयी है। हालांकि अक्टूबर का अन्तिम सप्ताह होने के बावजूद ठण्ड पूरी तरह जोर नहीं पकड़ रही है।
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक नवम्बर के पहले सप्ताह से तापमान में गिरावट होगी। इसका प्रमुख कारण बंगाल की खाड़ी से आने वाली आर्द्र और गर्म हवाएं हैं। यह हवाएं थोड़े अंतराल के बाद उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में प्रभावी रही हैं और यही वजह है कि तापमान में बहुत ज्यादा कमी नहीं होने पाई। इसके अलावा उत्तर भारत में आने वाले पश्चिमी विक्षोभ भी इतने प्रभावी नहीं रहे कि पहाड़ों पर बारिश दें और उससे आने वाली ठंडी हवाएं मैदानी राज्यों के तापमान को कम करें। अब नवम्बर के पहले सप्ताह से तापमान में गिरावट होने की उम्मीद की जा रही है। फिलहाल मौसम शुष्क बना रहेगा।
मौसम विभाग के मुताबिक बीते चौबीस घण्टों में इलाहाबाद और झांसी डिवीजन में तापमान सामान्य से अधिक रहा। प्रदेश में 35.4 डिग्री सेल्सियस के साथ बांदा सबसे गरम स्थान रहा। इसी तरह रात के तापमान में भी बहुत गिरावट देखने को नहीं मिल रही है। कानपुर, वाराणसी और झांसी डिवीजन में रात का तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किया गया, जबकि अन्य स्थानों पर सामान्य रहा। मुजफ्फरनगर में सबसे कम 12.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
अगले चौबीस घण्टों में राजधानी और आसपास के इलाकों में आसमान साफ रहेगा। न्यूनतम तापमान 15 डिग्री और अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस रहने की सम्भावना है। इसके साथ ही एक चक्रवती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण-मध्य बंगाल की खड़ी ओर बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी से मध्य अरब सागर से होते हुए केरल, तमिलनाडू और दक्षिण-पश्चिम बंगाल की काहदी तक बनी हुई है। गोवा और आस पास के तट पर एक चक्रवती सिस्टम देखा जा सकता है। पूर्वी बांग्लादेश और त्रिपुरा पर एक चक्रवती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल से होते हुए उत्तरी बिहार तक बनी है। एक और चक्रवती हवाओं का क्षेत्र मध्य पाकिस्तान और राजस्थान पर देखा जा सकता है। हवा में एक विपरीत चक्रवात कुत्च के ऊपर बना हुआ है।
पिछले 24 घंटों के दौरान, पूर्वोत्तर मानसून के प्रारंभ से, कई स्थानों पर केरल और तमिलनाडु के में मध्यम से भारी बारिश हुई। दक्षिण और तटीय कर्नाटक में भी कुछ स्थानो पर हल्की से लेकर मध्यम बारिश हुई। आंध्र प्रदेश तट, रायलसीमा, महाराष्ट्र और मेघालय में एक दो स्थानो पर बारिश देखी गई है। कोहरा त्रिपुरा के कुछ हिस्सों में देखा गया था और उत्तर पश्चिमी मैदानी इलाकों, पूर्व भारत और पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ हिस्सों में धुंध छाई रही। पश्चिम राजस्थान, विदर्भ, तेलंगाना और गुजरात में सामान्य से अधिक तापमान रिकॉर्ड हुए।
अगले 24 घण्टों के संभावित मौसम के अनुसार पूर्वोत्तर मानसून केरल और तमिलनाडु में अच्छी बारिश देने की संभावना है। क्षेत्र में एक दो स्थानों पर भारी बारिश भी हो सकती हैं। दक्षिण और तटीय कर्नाटक, आंध्र प्रदेश के तट, रायलसीमा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के हिस्सों में कुछ स्थानो पर बारिश की संभावना है। पूर्वोत्तर राज्यों और पूर्व उत्तर प्रदेश और आसपास के बिहार के इलाकों के कुछ हिस्सों में कोहरा रहेगा। उत्तर पश्चिमी मैदानों, पूर्व भारत, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर राज्यों के कई हिस्सों में धुंध रहेगी। अधिकतम तापमान में उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में मामूली गिरावट आ सकता है।