नई दिल्ली, देश भर के इलेक्ट्रिसिटी कन्ज्यूमर्स जल्द ही एक बटन क्लिक के जरिए अघोषित बिजली कटौती के खिलाफ शिकायत दर्ज करा पाएंगे। शिकायत दर्ज कराने पर कटौती के पहले और उसके दौरान एसएमएस अलर्ट भी कन्ज्यूमर को भेजा जाएगा। पावर मिनिस्ट्री इलेक्ट्रिसिटी आउटेज मैनेजमेंट के लिए इस महीने के आखिर तक ऊर्जा मित्र नाम का एक मोबाइल ऐप्लीकेशन लांच करेगा।
रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन कॉर्पोरेशन की एग्जिक्युटिव डायरेक्टर रितु माहेश्वरी ने बताया कि 19 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की करीब 36 डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों ने पहले ही एसएमएस अलर्ट सिस्टम को लागू किया है, जिसमें देश में करीब सात करोड़ कन्ज्यूमर्स को कवर किया गया है। सरकार को ऊर्जा मित्र मोबाइल ऐप के ऑफिशल लांच के बाद एक महीने के भीतर इस स्कीम का दायरा बढ़ाकर करीब 50 डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों तक करने और 10 करोड़ कन्ज्यूमर्स को इसमें शामिल करने की उम्मीद है।
मोबाइल ऐप कन्ज्यूमर्स को अघोषित बिजली कटौती की अवधि के बारे में भी सूचित करेगा। वेबसाइट ऊर्जा मित्र सहभागी राज्यों में मौजूदा प्लान्ड और अघोषित बिजली कटौती, रजिस्टर्ड फीडर्स की पावर सप्लाई की स्थिति, कन्ज्यूमर्स को भेजे जाने वाले एसएमएस अलर्ट, पावर सप्लाई के मामले में एक महीने में टॉप परफॉर्मिंग इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों के बारे में डेटा ऑफर करती है।
माहेश्वरी ने बताया कि यह सिस्टम गुजरात, आंध्र प्रदेश, उत्तराखंड और असम में बेहतरीन तरीके से काम कर रहा है, जबकि राजस्थान और बिहार स्कीम को लागू करने के अंतिम चरण में हैं। वहीं, जम्मू-कश्मीर जैसे राज्य अभी तक इस स्कीम से नहीं जुड़े हैं। उत्तर प्रदेश ने इस स्कीम का हिस्सा बनने से इनकार कर दिया है। उत्तर प्रदेश का कहना है कि उसके पास आउटेज मैनेजमेंट सिस्टम की खुद की व्यवस्था है। इस सिस्टम के तहत अभी तक 3.67 करोड़ एसएमएस भेजे गए हैं। वहीं, फरवरी 2017 में पावर सप्लाई में छत्तीसगढ़ स्टेट पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी टॉप पर रही है।