लखनऊ, बीएसएफ में दिए जा रहे खाने की गुणवत्ता पर सोशल मीडिया के माध्यम से सवाल उठाने वाले जवान तेज बहादुर यादव को बर्खास्त करने पर यादव समाज के लोगों में मोदी सरकार के प्रति खासी नाराजगी है। यादव समाज के संगठनों ने मोदी सरकार के इस फैसले पर रोष व्यक्त किया है।
यादव सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज यादव ने बताया कि जैसे ही बर्खास्तगी की खबर मिली तो उन्हे गहरा दु:ख हुआ। उनका कहना है कि सैनिक बलों में भ्रष्टाचार खत्म करने की बजाय खुलासा करने वाले जवान को बर्खास्त करना सरासर गलत है। उन्होने कहा कि वह केंद्र सरकार की इस कार्रवाई का विरोध करते हैं। इस फैसले के खिलाफ वह राज्यपाल को ज्ञापन भी सौंपेगे।
यादव सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मोदी सरकार को चेतावनी देते हुये कहा कि यदि 72 घंटे में बीएसएफ के जवान तेजबहादुर यादव को सम्मान के साथ सेना में वापिस नही लिया जाता है, तो यादव सेना के लोग लखनऊ और दिल्ली समेत पूरे देश में आमरण- अनशन करेगे। उन्होने कहा कि जब तक सरकार तेजबहादुर यादव को वापिस नही कर लेती, तबतक अनशन जारी रहेगा।
बीएसएफ के जवान तेज बहादुर ने 9 जनवरी को खाने की गुणवत्ता को लेकर सोशल मीडिया पर वीडियो डाला था। जिसके बाद देश भर में सेना के साथ खाने को लेकर हो रहे अन्याय के खिलाफ आवाजें उठी थीं। तेज बहादुर का परिवार भारतीय सेना से लंबे समय से जुड़ा है। जवान के दादा ईश्वर सिंह ने आजाद हिंद फौज में अंग्रेज हुकूमत के खिलाफ नेताजी सुभाष चंद्र बोस के साथ मिलकर काम किया है।