मुंबइ, बिग बॉस का सीजन 10 ऐतिहासिक कहा जाएगा, लेकिन किसी पॉजिटिव काम के लिए नहीं, बल्कि गिरते हुए स्तर के लिए। इसमें सबसे बड़ा योगदान स्वामी ओम का रहा। भगवा कपड़े, गले में रूद्राक्ष की मालाएं और माथे पर त्रिशूल का तिलक… स्वामी की गिरी हुई मानसिकता को ढक नहीं सके। बिग बॉस के घर से जाते-जाते भी स्वामी को अपनी भूल का अहसास नहीं था। वो तो कह रहे थे कि उनके साथ अन्याय हुआ है। शुक्रवार के एपिसोड में सलमान की क्लास लेने से पहले ही बिग बॉस स्वामी को बाहर कर चुके थे। इस काम के लिए पहली बार घर के अंदर बाउंसर्स बुलाए गए, क्योंकि स्वामी ओम जिस तरह का व्यवहार कर रहे थे, उससे किसी भी हादसे की आशंका बढ़ गई थी।
बाउंसर्स स्वामी ओम का घर से बाहर ले गए और बाहर निकलकर स्वामी ने कैमरे पर कहा कि बिग बॉस ने ठीक नहीं किया है। उनके साथ अन्याय हुआ है। दिलचस्प बात ये है कि पेशाब फेंकने की घटना के बाद जब मामले ने तूल पकड़ा तो स्वामी ओम ने उसे सामान्य पानी बताया। पत्रकार दिबांग के साथ हुए इंटरव्यू में भी स्वामी यही कह रहे थे कि वो तो पानी था। दिबांग से बात करते हुए स्वामी ने बिग बॉस को धमकी भी दी है कि अगर अगले दो हफ्तों में बिग बॉस ने उन्हें घर के अंदर नहीं बुलाया तो वो फिनाले नहीं होने देंगे। बता दें कि बिग बॉस 10 का सफर मंजिल तक पहुंचने में तीन हफ्तों का वक्त ही बाकी है और अब घर में सिर्फ 6 लोग बानी, मनु, मनवीर, नितिभा, मोना और रोहन ही बचे हैं। अब देखना ये है कि स्वामी ओम किस तरह से फिनाले में बाधा पहुंचाते हैं या ये भी पानी पर चलने का दावा करने जैसा बड़बोलापन है।