शाहजहाँपुर , शाहजहांपुर में हाल में आसाराम बापू के खिलाफ दुष्प्रचार के आरोप सम्बन्धी पत्रिका के वितरण के बाद इस कथावाचक पर दुष्कर्म का इल्जाम लगाने वाली लड़की के पिता की ओर से आसाराम और उनकी पुत्री समेत 12 लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस अधीक्षक दिनेश त्रिपाठी ने आज यहां बताया कि गत 22 दिसम्बर को शहर में अखबारों के साथ एक पत्रिका को रखकर बांटा गया था, जिसमें दावा किया गया था कि आसाराम पर दुष्कर्म के सभी आरोप गलत हैं और उनके खिलाफ साजिश की जा रही है।
इसके बाद आसाराम पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली लड़की के पिता ने कहा कि आसाराम जेल में बंद हैं लेकिन इसके बाद भी वह अपने गुर्गों के जरिये उनके परिवार को खत्म कराना चाहते हैं। जो पत्रिका बांटी गयी, उसमें किये गये दावे पूरी तरह गलत हैं। यह उनके परिवार के खिलाफ भड़काऊ गतिविधि है। आसाराम के गुर्गों की इस हरकत के बाद उनका परिवार बेहद डरा हुआ है।
लड़की के पिता की तहरीर पर आसाराम, उनकी बेटी भगवान भारती, अर्जुन, राघव, अजय, हरेंद्र, के सी श्रीवास्तव, देवपाल, सत्यवीर, आशीष, पिंटू तथा घनश्याम समेत 12 आरोपियों पर कल रात भारतीय दण्ड विधान की धारा 147 और 506 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया। लड़की के पिता का कहना है कि चूंकि अब आसाराम प्रकरण में फैसला आने वाला है इसलिए उनके गुर्गों की गतिविधियां काफी बढ़ गई हैं। इसी वजह से उन पर जम्मू तथा जोधपुर में फर्जी मुकदमा दर्ज कराए गए हैं।
उनका कहना है कि शाहजहांपुर स्थित रुद्रपुर में कथावाचक आसाराम का आश्रम है। वहीं से उनके गुर्गे गतिविधियों का संचालन करते हैं। ऐसे में आश्रम को तत्काल ही बंद करा दिया जाना चाहिए। वह पहले भी कई बार प्रशासन से इसकी मांग कर चुके हैं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गयी।
मालूम हो कि जिले में गत 22 दिसम्बर को बांटी गयी एक पत्रिका में आसाराम पर लगे दुराचार के आरोप को गलत करार दिया गया था। उसमें पीड़ित लड़की की कथित मेडिकल रिपोर्ट की प्रति भी दिखाते हुए दावा किया गया था कि लड़की के साथ बलात्कार हुआ ही नहीं था। इसके अलावा जेल में बंद आसाराम के साथ अमानवीय व्यवहार किये जाने का दावा भी किया गया था।