नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरिए आज देश को संबोधित किया. यह मन की बात कार्यक्रम का 38 वां एपिसोड है. पीएम मोदी ने अपने कार्यकम की शुरुआत बाल दिवस के मौके पर कर्नाटक में बच्चों से हुई बातचीत से की.उन्होंने कहा कि कन्नड अखबार में छपे बच्चों के लेखों से पता चलता है कि बच्चों को भी आस-पास की घटनाओं के बारे में पता है.
पीएम मोदी ने कहा कि आज 26/11 है. आज का दिन हम संविधान के रूप में मनाते हैं. हमारा संविधान बहुत व्यापक है, हमारे संविधान में सबको समानता का अधिकार है. इसलिए हमारा कर्तव्य है कि हम अपने संविधान की रक्षा करें. इस मौके पर पीएम मोदी ने डॉ. भीमराव अंबेडकर को भी याद किया. दे के समृद्ध बनाने में बाबा साहब ने बहुत योदगान दिया.
पीएम मोदी ने इस मौके पर आज के दिन 9 साल पहले हुए मुबई हमले को भी याद किया. उन्होंने कहा कि इस दिन को देश कभी भूल नहीं सकता. उन्होंने मुंबई हमलों में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी. मोदी ने कहा कि देश उन बहादुर नागरिकों, पुलिसकर्मियों, सुरक्षाकर्मी, उन हर किसी का स्मरण करता है, उनको नमन करता है जिन्होंने अपनी जान गंवाई, यह देश कभी उनके बलिदान को नहीं भूल सकता.
उन्होंने आतंकवाद पर कहा कि इसके कारण हजारों निर्दोश लोगों ने अपनी जान गंवाई है. पीएम ने कहा कि कुछ साल पहले भारत जब आतंकवाद के बारे में बात करता था तो दुनिया के देश इस पर गंभीर नहीं होते थे, लेकिन अब आतंकवाद उनके दरवाजे पर दस्तक दे रहा है तो यह बात उनको समझ में आ रही है.
नरेंद्र मोदी ने इस कार्यक्रम में नौसेना का भी जिक्र किया और कहा कि भारत की नौसेना की उपलब्धियों का बखान किया.
उन्होंने कहा कि 4 दिसम्बर को हम सब नौ-सेना दिवस मनाएंगे. भारतीय नौ-सेना, हमारे समुद्र-तटों की रक्षा और सुरक्षा प्रदान करती है. मैं, नौ-सेना से जुड़े सभी लोगों का अभिनंदन करता हूं. इस साल सिंतबर में रोहिंग्या मामले में हमारी नौसेना ने बांग्लादेश में सहायता पहुंचाई थी. हमारी नौसेना ने हमेशा हमें गौरव के पल दिए हैं.
उन्होंने कहा कि एक से सात दिसंबर तक हम आर्म फोर्स की उपलब्धियों के बारे में बताएंगे और सैनिकों के कल्याण के लिए धनराशि जुटाएंगे. उन्होंने कहा कि 5 दिसंबर को वर्ल्ड स्वॉयल डे है. दुनिया में सबकुछ मिट्टी पर ही तो निर्भर है. मिट्टी के महत्व को लेकर सभी को जागरुक रहना होगा. वैज्ञानिक पद्दतियों से मिट्टी का पोषण होता रहा, जिससे किसानों को फसल उगाने में फायदा मिलता है.पीएम मोदी ने इस कार्यक्रम के जरिए स्वच्छता अभियान पर भी चर्चा की. पीएम ने कहा सभी के लिए स्वच्छता जरूरी है और इसके लिए सभी को कुछ न कुछ करने की जरूरत है.