लखनऊ, आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने आरोप लगाया कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के नाम पर उत्तर प्रदेश में व्यापारियों का उत्पीड़न किया जा रहा है और पुलिस छापे का भय दिखा कर व्यापारियों से अवैध वसूली कर रही है।
संजय सिंह ने बुधवार को कहा कि उन्होने इस मामले में आज राज्यसभा में उठाया है। उन्होने कहा कि जब जीएसटी का कानून इस देश में लाया गया तो देश के लोगों को इस बात का भरोसा दिलाया गया था कि जीएसटी के मामले में आम आदमी को टैक्स देने में राहत मिलेगी एवं व्यापारियों को भी टैक्स की जटिलताओं से छुट्टी मिलेगी लेकिन महंगाई और बेरोजगारी बढ़ती गई और टैक्स का बोझ जनता पर बढ़ता गया।
उन्होने सवालिया लहजे में कहा कि क्या यह असंवैधानिक बात नहीं है कि जीएसटी की छापेमारी में जीएसटी विभाग के अधिकारी नहीं जाते हैं बल्कि पुलिस जाती है और धन उगाही के लिए व्यापारियों को परेशान करती है। आज उत्तर प्रदेश का व्यापारी भयभीत है और कारोबार करने से डर रहा है कि राज्य सरकार की ओर से उस पर कोई आरोप लगाकर उसके कारोबार को बंद न कर दिया जाए।
संजय सिंह ने कहा कि यूपी राज्य वाणिज्य कर विभाग ने राज्य के 70 से अधिक जिलों में छोटे बड़े व्यापारियों पर निराधार एवं फर्जी त्रुटियां निकालकर छापे मारे हैं जबकि विचार करने योग्य बात यह है कि 40 लाख प्रति वर्ष का कारोबार करने वाले व्यवसाय को जीएसटी का भुगतान करने से छूट मिली हुई है लेकिन दुखद बात यह है कि इस कार्रवाई में उन्हें भी निशाना बनाया जा रहा है जो निसंदेह शासनिक एवं प्रशासनिक मिलीभगत का स्पष्ट नतीजा है।