कोलकाता, भारतीय भूगर्भ सर्वेक्षण ने भूगर्भ एवं भू-भौतिकी मानचित्र से संबंधित सर्वेक्षणों के काम में सुविधा के लिए देश की 22 जगहों पर जीपीएस प्रणाली से युक्त वेधशलाओं को सोमवार को क्रियाशील कर दिया।
जीएसआई निदेशक डॉ. दिनेश गुप्ता ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि इस कदम से देश में उच्च भूकंप आपदा प्रभावित क्षेत्रों की रूपरेखा तैयार करने और अधिक परिशुद्धता वाले विशेष नक्शों को तैयार करने में मदद मिलेगी। ये 22 ग्लोबल पोजीशनिंग सिस्टम युक्त वेधशालाएं दक्षिण, मध्य, उत्तरी और पूर्वी भारत में जीएसआई केंद्रों पर लगाई गई है।
उन्होंने कहा कि इन 22 जीपीएस-वेधशालाओं से सोमवार से ही काम लिया जाने लगा है और यह अवसर जीएसआई का 169वां स्थापना दिवस भी है। इनके अलावा मार्च 2020 तक 13 अन्य वेधशालाओं को क्रियाशील कर दिया जायेगा।