जेएसडब्ल्यू ग्रुप पदक विजेताओं और कोचों को देगा इतने करोड़ रुपये का पुरस्कार

नयी दिल्ली, भारत के प्रमुख व्यावसायिक घरानों में से एक और 13 बिलियन अमेरिकी डॉलर की परिसंपत्ति वाले जेएसडब्ल्यू ग्रुप ने हाल ही में संपन्न हुए टोक्यो ओलंपिक-2020 में पदक जीतने वाले सभी भारतीय खिलाड़ियों के लिए 2.5 करोड़ रुपये से अधिक के पुरस्कारों की घोषणा की है। ये नकद पुरस्कार, जेएसडब्ल्यू ग्रुप द्वारा सभी भारतीय एथलीटों के प्रति सद्भाव का संकेत हैं जिन्होंने ओलंपिक पदक घर लाकर भारत को गौरवान्वित किया है ।

टोक्यो ओलंपिक-2020 का हाल ही में समापन हुआ है, जिसमें भारत ने एक स्वर्ण पदक सहित अब तक के इतिहास में सर्वाधिक सात पदक प्राप्त किये हैं । जेएसडब्ल्यू ग्रुप द्वारा घोषित नकद पुरस्कारों का विवरण निम्नानुसार है:

स्वर्ण विजेता नीरज चोपड़ा को पुरस्कार स्वरूप एक करोड़ रुपये की नकद राशि प्रदान की जाएगी, जबकि उनके कोच क्लाउस बार्टोनिट्ज़ और फिजियोथेरेपिस्ट ईशान मारवाह को 10-10 लाख रुपये दिए जाएंगे। नीरज चोपड़ा ओलंपिक खेलों में भारत के दूसरे व्यक्तिगत स्वर्ण पदक विजेता और भारत के पहले ट्रैक-एंड-फील्ड पदक विजेता बने। उन्होंने 87.58 मीटर भाला फेंककर स्वर्ण पदक प्राप्त किया।

कांस्य जीतने वाले पहलवान बजरंग पुनिया को पुरस्कार स्वरूप 15 लाख रुपये दिए जाएंगे, जबकि उनके कोच एमज़ारियोस बेंटिनिडिस और फिजियोथेरेपिस्ट मनीष छेत्री को 5-5 लाख रुपये की राशि प्रदान की जाएगी।

रजत जीतने वाले पहलवान रवि दहिया को पुरस्कार स्वरूप 20 लाख रुपये, जबकि उनके कोच सतपाल सिंह को 5 लाख रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। रवि ने पुरुषों की 57 किग्रा श्रेणी में फ्रीस्टाइल-रेसलिंग में रजत पदक जीता। उन्होंने ओलंपिक खेलों में पदार्पण करते हुए भारत के लिए पदक जीता है।

भारतीय पुरुष हॉकी टीम में शामिल सभी 16 खिलाड़ियों के साथ-साथ टीम के मुख्य कोच, मुख्य फिजियोथेरेपिस्ट और सहायक कोच को 2-2 लाख रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। 4 अन्य कोचिंग स्टाफ को भी पुरस्कार स्वरूप एक-एक लाख रुपये की नकद राशि प्रदान की जाएगी। मास्को ओलंपिक-1980 में स्वर्ण पदक प्राप्त करने के 41 साल बाद भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने ओलंपिक पदक जीता है।

बैडमिंटन स्टार पी.वी. सिंधु को पुरस्कार स्वरूप 15 लाख रुपये, जबकि उनकी कोच पार्क ताए-सांग को 5 लाख रुपये का पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। पी.वी. सिंधु ने महिला एकल बैडमिंटन में कांस्य पदक प्राप्त किया। वह दो व्यक्तिगत ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला और दूसरी भारतीय एथलीट बनीं।

लस्या जीतने वाली महिला मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन को पुरस्कार स्वरूप 15 लाख रुपये प्रदान किए जाएंगे, जबकि उनके कोच रफ़ाऐले बर्गमास्को और संध्या गुरुंग को 5-5 लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। लवलीना बोरगोहेन ने महिलाओं के वेल्टरवेट (64-69 किग्रा) में कांस्य पदक जीता। उन्होंने ओलंपिक में पदार्पण करते हुए पदक जीता है।

रजत जीतने वाली भारोत्तोलक मीराबाई चानू को पुरस्कार स्वरूप 20 लाख रुपये, जबकि उनके कोच विजय शर्मा को 5 लाख रुपये का पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने टोक्यो ओलंपिक-2020 में महिलाओं के 49 किग्रा की श्रेणी में रजत पदक जीतकर भारत के पदकों का खाता खोला। उन्होंने भी ओलंपिक में पदार्पण करते हुए पदक जीता है।

इस अवसर पर पार्थ जिंदल, संस्थापक, द इंस्पायर इंस्टीट्यूट ऑफ़ स्पोर्ट और जेएसडब्ल्यू स्पोर्ट्स, ने कहा, “भारत के इन एथलीटों ने कई मायनों में टोक्यो ओलंपिक-2020 में भारत के लिए इतिहास रचा। जेएसडब्ल्यू ग्रुप इन एथलीटों और उन सभी के कोचों के योगदान के प्रति आभार प्रकट करता है, जिन्होंने यह सुनिश्चित किया कि टोक्यो में भारत का तिरंगा शान से लहराए। हालांकि भारत में क्रिकेट को नंबर-1 खेल का दर्जा दिया जाता है, लेकिन मैं मानता हूँ कि 1.4 बिलियन आबादी वाले हमारे देश में अन्य खेलों में भी नए सितारों के उभरने के लिए पर्याप्त संभावनाएं मौजूद हैं। इस साल का प्रदर्शन भारत के लिए महत्वपूर्ण रहा है, क्योंकि वैश्विक मंच पर हमारी खेल उपलब्धि और क्षमता को स्वीकार किया गया। मैं पेरिस ओलंपिक-2024 में भारत के और भी बेहतर प्रदर्शन के प्रति पूरी तरह आश्वस्त हूँ।”

सितंबर 2021 में द इंस्पायर इंस्टीट्यूट ऑफ़ स्पोर्ट में आयोजित होने वाले एक समारोह के दौरान एथलीटों को जेएसडब्ल्यू ग्रुप द्वारा घोषित नकद पुरस्कार की राशि प्रदान की जाएगी।

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