नयी दिल्ली , वित्तीय संकट से जूझ रही विमान सेवा कंपनी जेट एयरवेज में अग्रिम बुकिंग करा चुके यात्री रद्द उड़ानों की दिनों दिन बढ़ती संख्या को लेकर असमंजस में हैं। कंपनी के पास करीब १२० विमानों का बेड़ा है जिनमें कम से कम ४१ विमान पट्टे की किस्त नहीं चुका पाने के कारण ग्राउंडेड हैं। इसके आलवा अन्य कारणाें से भी कुछ विमान परिचालन में नहीं हैं।
एक यात्री तान्या थॉमस ने बताया कि उन्होंने कोच्चि के लिए जेट एयरवेज में अप्रैल की टिकट बुक करायी है। सोमवार रात उनके पास ईमेल आया कि वह उड़ान रद्द हो गयी है। इसके बाद आज सुबह एसएमएस आया कि उड़ान दुबारा उसी समय पर निर्धारित की गयी है। इस तरह यात्रियों में अनिश्चतता की स्थिति बन रही है। जानकार सूत्रों का यहाँ तक कहना है कि कंपनी के मात्र ३५ विमान परिचालन में हैं। रद्द उड़ानों की संख्या और परिचालन में मौजूद विमानों के बारे में ईमेल पर जानकारी माँगने पर कंपनी की एक प्रवक्ता ने फोन कर यूनिवार्ता को बताया कि वास्तव में इससे कहीं ज्यादा विमान परिचालन में हैं।
हाँलाकि बार बार पूछे जाने पर भी उन्होंने सही संख्या नहीं बतायी। प्रवक्ता ने स्वीकार किया कि अन्य कारणाें से भी कुछ विमान उड़ान नहीं भर रहे हैं। भारतीय हवाई यात्री संघ भी जेट एयरवेज के ग्राउंडेड विमानों की हर सप्ताह बढ़ती संख्या के मद्देनजर उसे ज्यादा लंबी अवधि की नयी बुकिंग करने से रोकने के लिए नागर विमानन मंत्रालय से अनुरोध कर चुका है। लेकिन नागर विमानन महानिदेशालय ने पिछले सप्ताह ही स्पष्ट किया है कि अभी कोई एेसी योजना नहीं है।