नई दिल्ली, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहिंदर अमरनाथ ने खिलाड़ियों का संघ बनाने के लिए गठित समिति से इस्तीफा दे दिया है। अमरनाथ ने समिति से इस्तीफा कमेंट्री कि जिम्मेदारी निभाने के लिए दिया है। वह एक साथ दो पदों पर रह नहीं सकते। वेबसाइट क्रिकइंफो ने प्रशासकों की समिति के एक अधिकारी के हवाले से लिखा है, वह कमेंट्री करना चाहते हैं। वह एक साथ दो काम नहीं कर सकते। इस समिति के दो सदस्यों डायना इडुल्जी और अनिल कुंबले ने पहले ही अपने इस्तीफे सौंप दिए हैं।
अमरनाथ के जाने के बाद समिति में सिर्फ पूर्व गृह सचिव और समिति के चेयरमैन जी. के. पिल्लई रह गए हैं। कुंबले जब भारतीय टीम के कोच बने थे तभी उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया था। वहीं डायना सीओए की सदस्य होने के नाते इस पद से हट गई थीं। सीओए अब सर्वोच्च अदालत का रुख करेगा। अधिकारी ने कहा, अब इस समय ऐसी कोई समिति नहीं है। हम अदालत से पूछेंगे की इस स्थिति में क्या किया जा सकता है।
हम अदालत में पेश की जाने वाली अपनी स्टेटस रिपोर्ट में इस बात का जिक्र करेंगे कि एक और उप-समिति बनाई जा सकती है या सीओए को इस जिम्मेदारी को निभाना होगा। इस बात का फैसला सर्वोच्च अदालत करेगी। इस समिति का गठन 2016 की शुरुआत में हुआ था, जिसका काम लोढ़ा समिति की सिफारिश के अनुरूप खिलाड़ियों के संघ का निर्माण करना था। इस समिति पर योग्य पूर्ण सदस्यों को आमंत्रित करने, बैंक खाते खोलने, बीसीसीआई से फंड लेने, पहले चुनाव कराने, खिलाड़ियों के प्रतिनिधियों का चुनाव कर बीसीसीआई को उनकी सूचित करने की जिम्मेदारी थी। लोढ़ा समिति का मानना है कि खिलाड़ियों के हक की आवाज उठाने के लिए उनके एक संघ का होना बेहद जरूरी है। बीसीसीआई ने शुरुआत में इसका काफी विरोध किया था, लेकिन बाद में इसे सर्वसम्मित से मान लिया गया।