नई दिल्ली, भारतीय युवा मोर्चा ने एक डायरी में पैसे के लेन-देन से जुड़ी कथित एंट्री सार्वजनिक होने के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है। इन कार्यकर्ताओं ने राज्य के सीएम से इस मुद्दे पर इस्तीफा भी मांगा है। भाजपा ने इसकी जांच कराने की भी मांग की है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस इसे भाजपा की एक सोची-समझी साजिश बताते हुए सभी आरोपों को दरकिनार कर रही है।
कांग्रेस का कहना है कि इस षड़यंत्र के पीछे भाजपा है क्योंकि पीएम मोदी का नाम पहले ही इसी तरह से मिली डायरियों में मिल चुका है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि बिरला और सहारा ग्रुप के अफसरों के यहां छापे में कथित तौर पर मिली डायरियों में पीएम मोदी का नाम आने की वजह से भाजपा ने डैमेज कंट्रोल के तहत ही यह षड़यंत्र रचा है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार और कर्नाटक बीजेपी प्रमुख बीएस येदियुरप्पा का विडियो जारी किया था। इसमें दोनों सत्ता में बने रहने के लिए पैसे देने की बात कह रहे थे। इसमें कर्नाटक सरकार के खिलाफ डायरी के जरिए साजिश रचने की बात भी कही गई थी। दोनों की जांच चल रही है। सुरजेवाला का कहना है कि अब यह साबित हो चुका है कि मोदी सरकार के इशारे पर जांच एजेंसियां फर्जी डायरी का इस्तेमाल कर रही हैं। कांग्रेस के मुताबिक, मोदी सरकार झूठ गढ़ने में सारी ऊर्जा खर्च कर रही है।
वहीं, भाजपा प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने कहा कि सोनिया गांधी को पूरे मामले पर सफाई देनी चाहिए। इस मामले का खुलासा उस वक्त हुआ था जब आयकर विभाग ने कर्नाटक के एक कद्दावर कांग्रेसी नेता के घर पर छापा मारकर उनके बैडरूम से एक डायरी बरामद की थी। एक अंग्रेजी अखबार की खबर के मुताबिक इस कांग्रेसी नेता का नाम गोविंद राज है जो वहां पर एमएलसी हैं। उनके कर्नाटक से लेकर दिल्ली के सियासी गलियारों तक बड़ी पहुंच है। वह कर्नाटक ओलंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष भी हैं। इस डायरी में कांग्रेस के कई बड़े नेताओं का नाम लिखा है। साथ ही उनके दफ्तर और कंपनियों का भी जिक्र है। इस डायरी में तीन कॉलम के तहत विभिन्न एंट्रियां दर्ज हैं जिसमें पैसे के लेन-देन का हिसाब लिखा गया है। इसमें राहुल गांधी कार्यालय से लेकर मोती लाल वोरा तक का नाम दर्ज है। इसके अलावा इसमें एआईसीसी, एपी, एम वोरा, एसजी ऑफिस, आरजी ऑफिस और डीजीएस का नाम दर्ज है।
इस डायरी में करीब 600 करोड़ की रकम विभिन्न लोगों को दिए जाने का जिक्र है। डायरी में एक एंट्री स्टील ब्रिज के नाम पर भी दर्ज की गई है, जिससे 65 करोड़ रुपये मिलने की बात सामने आई है। डायरी में एक एंट्री 7 करोड़ रुपये की है, जिसे बेंगलुरु नगर निगम चुनाव में मीडिया को देने की बात लिखी हुई है। हालांकि गोविंद राज ने अपने ऊपर लगे सभी तरह के आरोपों को गलत बताया है। उनका कहना है कि इस डायरी में उनकी लिखावट नहीं हैं और साइन भी जाली हैं। कांग्रेस का आरोप है कि पार्टी की छवि खराब करने के लिए इस तरह की कथित डायरी को सामने लाया गया है।