हमीरपुर, उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में जन्म से सिर्फ 21 दिन जीवित रहने वाले डेंगू के एडीज मच्छर ने पिछले एक महीने में 55 लोगों को अपने संक्रमण का शिकार बना लिया है।
जिला प्रशासन से रविवार को प्राप्त जानकारी के अनुसार डेंगू के 30 मरीज सुमेरपुर ब्लाक में चिंहित किये गये है। दवा के छिड़काव की कोई व्यवस्था न होने से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। ज्यादातर लोग कानपुर व लखनऊ में डेंगू का इलाज करा रहे है।
जिला मलेरिया अधिकारी आरके यादव ने आज बताया कि डेंगू का मच्छर साफ सुथरे पानी में पनपता है। यह 21 दिन तक ही जीवित रहता है। तब तक कई लोगों को काटकर डेंगू का शिकार बना देता है। यह मच्छर डेगू के मरीज को काटने के बाद जिस व्यक्ति को काट लेता है वह डेंगू की चपेट में आ जाता है।
जिला अस्पताल में स्थापित डेंगू वार्ड पूरी तरह भर चुका है। सीमित चिकित्सा इंतजामों के कारण ज्यादातर मरीज कानपुर में इलाज कराने के लिये रेफर कर दिये गये हैं। अस्पताल के डेंगू वार्ड में ही मच्छर का प्रकोप है, जिससे मरीजों के तीमारदारों का रुकना मुश्किल है। कई तीमारदार तो अपने मरीज की देखभाल करते करते मलेरिया व डेंगू के
शिकार हो गये है। बिवार क्षेत्र व सुमेरपुर क्षेत्र में सबसे ज्यादा डेंगू के मरीज मिल रहे है।
सुमेरपुर क्षेत्र में 30 मरीजों में डेंगू के संक्रमण की पुष्टि हो गयी है। डीएमओ डा यादव ने दावा किया है कि डेंगू से पीड़ित गांवों में दवा के छिड़काव की व्यवस्था की जा रही है, मगर हर गांव में छिड़काव के लिये न तो शासन से बजट मिलता है, ना ही दवायें मिलती हैं। गौरतलब है कि पिछले साल की अपेक्षा इस साल डेंगू के मरीजों की संख्या दोगुना हो गयी है। वहीं जिले में लगातार रोजाना दो या तीन मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
जिले के मुख्य चिकित्साधिकारी डा राम अवतार का कहना है कि लोग डेंगू जैसे संक्रामक रोग से बचाव करें, साफ सफाई का ध्यान रखें, जिससे इस रोग से बचाव हो सके।