नई दिल्ली, वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने चीन के इस दावे का खंडन किया है कि भारत ने डोकलाम में तैनात अपने सुरक्षा कर्मियों की संख्या कम कर दी है। उन्होंने कहा कि डोकलाम में भारतीय सैनिकों की संख्या कम नहीं की गई है और पिछले 6 सप्ताह से वहां यथास्थिति बनी हुई है। दूसरी ओर चीन के विदेश मंत्रालय ने आज एक दस्तावेज जारी कर कहा है कि जून में डोकलाम में 400 भारतीय सैनिक तैनात थे जिनकी संख्या जुलाई में 40 रह गई है।
चीनी दस्तावेज में कहा गया है कि एक बिंदु पर 400 से अधिक लोगों ने 3 टैन्ट लगाए हैं और 180 मीटर की दूरी पर चीनी क्षेत्र में प्रवेश किया है। जुलाई के अंत में 40 भारतीय सीमावर्ती सैनिकों और एक बुल्डोजर ने अवैध रूप से चीनी क्षेत्र में प्रवेश किया था। चीन ने यह भी कहा कि उसने भारत को स्पष्ट कर दिया है कि वह डोकलाम से अपने सैनिकों को तुरंत वापस लेकर ठोस कार्यवाही करें ताकि वर्तमान गतिरोध को हल किया जा सके।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पिछले महीने कहा था कि जब तक चीन अपनी सेना को वापस नहीं बुलाता तब तक दोनों पक्षों के बीच वार्ता संभव नहीं है। भारत ने चीनी सरकार को यह भी कहा है कि उसके सड़क निर्माण से भारत के लिए गंभीर सुरक्षा का प्रश्न उत्पन्न हो गया है।
पिछले महीने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने भी बीजिंग की यात्रा की थी और इस दौरान उनकी राज्य काउंसलर आंग जीजी के साथ द्विपक्षीय बैठक आयोजित हुई थी। बातचीत के दौरान जान ने भारत से आग्रह किया था कि चीन की प्रादेशिक संप्रभुता अन्तर्राष्ट्रीय कानून, अंतरराष्ट्रीय संबंधों को नियंत्रित करने वाले मूलभूत बयानों का आश्वासन दिया जाए और तत्काल भारत सीमा से अपने सैनिकों को वापस ले ले।