चेन्नई, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने सोमवार को घोषणा की कि अगले दो वर्षों में दूसरे चरण में राज्य में अतिरिक्त 10,000 किलोमीटर ग्रामीण सड़कों का विकास और उन्नयन किया जाएगा।
राज्य विधानसभा में नियम 110 के तहत बयान देते हुए श्री स्टालिन ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों की सडकें लोगों की अर्थव्यवस्था की रीढ़ होती है और गरीबी उन्मूलन में महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
उन्होंने कहा कि पंचायत, ग्राम पंचायत और नगर पंचायतों में लगभग 1.38 लाख किलोमीटर सड़कों के उन्नयन के हिस्से के रूप में, अगले दो वर्षों में 4,000 करोड़ रुपये की लागत से 10,000 किलोमीटर ग्रामीण सड़कों का उन्नयन किया जाएगा।
इसे मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क विकास योजना के तहत लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सड़क के बुनियादी ढांचे को उन्नत करने से व्यापार में सुधार होगा, रसद संबंधी समस्याएं कम होंगी और ग्रामीण विकास सुनिश्चित करने के अलावा कृषि उत्पादन में वृद्धि होगी।
उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़कें ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की आय का स्तर भी बढ़ाएंगी। पिछले साल 13 जनवरी को की गई अपनी घोषणा को याद करते हुए श्री स्टालिन ने कहा कि एक नई योजना मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क विकास योजना लागू की जाएगी। उन्होंने कहा कि योजना के पहले चरण में राज्य में 10,000 किलोमीटर पंचायत संघ और ग्राम पंचायत सड़कों के विकास के लिए पिछले दो वर्षों में लगभग 4,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि 10,000 किलोमीटर में से अब तक कुल 8,120 किलोमीटर का काम पूरा हो चुका है।
श्री स्टालिन ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क विकास परियोजना, नाबार्ड ग्रामीण अवसंरचना विकास कोष, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना और शहरी क्षेत्रों से सटे सड़कों के विकास की योजना के तहत राज्य में 425 फ्लाईओवर बनाने और 16,596 किलोमीटर लंबी सड़कें बिछाने की मंजूरी दी गई है।
उन्होंने कहा, “परियोजनाओं की कुल लागत 9,324.49 करोड़ रुपये है और हमने इन परियोजनाओं को लागू करना जारी रखने का फैसला किया है।” उन्होंने कहा कि इसके तहत अगले दो वर्षों में दूसरे चरण में 4,000 करोड़ रुपये की लागत से 10,000 किलोमीटर अतिरिक्त ग्रामीण सड़कों का उन्नयन किया जाएगा।