उत्तर प्रदेश के नवनियुक्त लोकायुक्त न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) वीरेन्द्र सिंह ने आज कहा कि वह बिना किसी राजनीतिक दबाव के काम करेंगे और वह मंत्रियों के खिलाफ लम्बित भ्रष्टाचार के मामलों समेत तमाम प्रकरणों को तेजी से निपटाने की कोशिश करेंगे। उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त किये गये लोकायुक्त सिंह ने कहा कि वह पद ग्रहण करने के बाद अपनी प्राथमिकताएं तय करेंगे लेकिन इतना जरूर है कि लोकायुक्त अधिनियम के उद्देश्य की पूर्ति करना उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता होगी। उन्होंने एक सवाल पर कहा जहां तक कामकाज में राजनीतिक दबाव का सवाल है, तो मैं समझता हूं कि इतने सालों की सेवा में मैंने ना तो कोई राजनीतिक दबाव देखा है और ना समझा है कि दबाव में लेकर कोई मुझसे काम करा सकता है। जो सही है, वही होगा। सिंह ने कहा, मैं समझता हूं कि प्रेशर में काम करेंगे तो कठिनाई आएगी। मन साफ से करेंगे तो कोई प्रेशर नहीं रहेगा। समाज में भ्रष्टाचार का बोलबाला तो है, मैं अपने अधिकार क्षेत्र में रहकर उसे दूर करने का प्रयास करूंगा। मंत्रियों खासकर पूर्ववर्ती मायावती सरकार के कई मंत्रियों के खिलाफ लम्बित भ्रष्टाचार के मामले जल्द निपटाने के लिये क्या करेंगे, इस सवाल पर नवनियुक्त लोकायुक्त ने कहा, मुझे अभी जानकारी नहीं है कि किस-किसके मामले लम्बित हैं। मैंने कभी लम्बित कार्यो को लम्बित नहीं रहने दिया है और उन्हें तेजी से निपटाया है। यहां भी मैं लम्बित मामलों को जल्दी निपटाने का प्रयास करूंगा। लोकायुक्त के पद के साथ जुड़ी चुनौतियों के बारे में उन्होंने कहा, मैं चुनौती को चुनौती नहीं मानता हूं। मैं तो यह समझकर चलता हूं कि समस्या का हल सम्बन्धित अधिकृत व्यक्ति के पास होना चाहिये।