मेलबोर्न, पूर्व नंबर वन और 14 बार के ग्रैंड स्लेम चैंपियन स्पेन के राफेल नडाल पिछले कई वर्षों से चोटों से जूझ रहे हैं और उन्होंने आस्ट्रेलियन ओपन से पूर्व भी यह स्पष्ट किया है कि वह अभी भी 100 फीसदी फिट नहीं हैं लेकिन फिर भी ग्रैंड स्लेम में पूरी क्षमता के साथ प्रदर्शन करने का प्रयास करेंगे। 30 वर्षीय नडाल ने वर्ष 2009 में मेलबोर्न में अपना आस्ट्रेलियन ओपन खिताब जीता था लेकिन वर्ष 2012 के बाद उनका करियर लगातार चोटों से प्रभावित रहने के कारण निचले स्तर पर चला गया जिससे उनकी रैंकिंग में भी भारी गिरावट आ गई।
उन्होंने 2015 में रोलां गैरों के क्वार्टरफाइनल के बाद से किसी भी ग्रैंड स्लेम में इससे आगे जगह नहीं बनाई है और गत वर्ष हमवतन फर्नांडो वरदास्को के हाथों यहां पहले ही राउंड में हारकर बाहर हो गए थे। कलाई की चोट के कारण स्पेनिश खिलाड़ी ने तीसरे राउंड के बाद अपने पसंदीदा फ्रेंच ओपन से ही नाम वापिस ले लिया था जिससे वह फ्रेंच ओपन में 10 बार खिताब जीतने के रिकार्ड से चूक गए थे। इसके बाद उन्हें विंबलडन से भी बाहर रहना पड़ा था। हालांकि अगस्त में रियो ओलिंपिक में मार्क लोपेज के साथ युगल का स्वर्ण जीत उन्होंने फिर से वापसी के संकेत दिए हैं और उम्मीद की जा रही है कि वर्ष के पहले ग्रैंड स्लेम में वह वापिस पुराने वाले नडाल के तौर पर उतरेंगे।
नडाल ने टूर्नामैंट से पहले यह जरूर साफ किया है कि वह 100 फीसदी फिट नहीं हैं और उन्हें अभी भी कलाई में दर्द होता है। आस्ट्रेलियन ओपन में जर्मनी के फ्लोरियन मेयर के खिलाफ पहले राउंड के मुकाबले से पूर्व उन्होंने कहा कि मैं चोटिल नहीं हूं। लेकिन मैं पिछले लंबे समय से दर्द के बिना खेला भी नहीं हूं। मैं सच कहूं तो रोलां गैरों के बाद केवल यूएस ओपन ही एकमात्र ऐसा टूर्नामैंट था जिसमें मैं 100 फीसदी ठीक था। लेकिन उसके बाद नहीं। 14 बार के ग्रैंड स्लेम चैंपियन ने कहा कि ओलिंपिक उनके लिए बेहतरीन टूर्नामैंट रहा लेकिन वह अभी भी कलाई में दर्द महसूस करते हैं और उन्हें खेलने में इसका अहसास होता है। अपनी कोचिंग टीम में पूर्व फ्रेंच ओपन चैंपियन कार्लोस मोया से ट्रेनिंग को लेकर नडाल ने कहापिछले कुछ वर्षों से उनका करियर अच्छा नहीं रहा है लेकिन वह खुश हैं कि सत्र के पहले टूर्नामैंट में पहुंचे हैं और जीतने के लिए उत्सुक हैं।