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दावत का खाना खाकर 60 से अधिक लोग फूड पॉइज़निंग के शिकार

मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में शिक्षक के लगन की दावत खाने से फूड प्वाइजनिंग की चपेट में आए 60 से ज्यादा लोग बीमार हो गए।
हालत बिगड़ने पर लोगों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया। इनमें कई उत्तराखंड के उधम सिंह नगर में भर्ती हैं जहां उनका उपचार चल रहा है।घटना उत्तराखंड की सीमा से सटे थाने ठाकुरद्वारा ब्लाक क्षेत्र के गांव फरीदपुर की है।

उपजिलाधिकारी ठाकुरद्वारा प्रीति सिंह ने मंगलवार को घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि बीती रात लगभग आठ साढ़े आठ बजे उन्हें सूचना मिली थी कि ठाकुरद्वारा थाना क्षेत्र के गांव फरीदपुर में सोमवार शाम को गांव के शिक्षक राजपाल सिंह के बेटे विपिन कुमार का लगन था। उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले के महाखेडा गंज से लगन आया था जिसको लेकर दावत का कार्यक्रम था। दावत में रिश्तेदारों के अलावा काफी संख्या में आस-पड़ोस के लोग शामिल हुए थे। शाम चार पांच बजे तक चली दावत के बाद तमाम शामिल लोगो को अचानक पेट दर्द व चक्कर आने के अलावा कुछ लोगों को उल्टी-दस्त होने की शिकायत होने पर उन्हें अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया। जहां अब उनकी हालत में सुधार है।

प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि दावत में चिकन ,मटर पनीर, गाजर हलुआ, चावल, उड़द दाल रायता खाने के बाद अधिकांश लोग बीमार पड़ गए। लगातार उल्टी-दस्त होने से कुछ की हालत बिगड़ने पर उन्हें अलग-अलग निजी व सरकारी सीएचसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्होंने बताया कि देखते ही देखते लगभग सौ से अधिक मेहमानों व अन्य लोगों को पेट में दर्द की शिकायत के चलते उल्टी-दस्त होने से दावत की खुशियां काफूर हो गई थीं।

इस संबंध में ठाकुरद्वारा के पूर्व ब्लाक प्रमुख मौहम्मद एजाज ने बताया कि दोपहर के बाद लगन की दावत का खाना शुरू हुआ था। जिसमें उत्तराखंड के उधम सिंह नगर, काशीपुर समेत ब्लाक क्षेत्र के काफ़ी तादाद में लोग मौजूद थे।खाना खाने के दौरान शाम छह बजे के आसपास लोगों की हालत बिगड़ती चली गई। आनन फानन में सीएचसी व स्थानीय निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। फूड प्वाइजनिंग से दावत की खुशियां काफूर हो गईं थीं।हर किसी को चिंता बीमारों को बचाने को लेकर थी।इसी दौरान किसी ने ठाकुरद्वारा थाना पुलिस को मामले की सूचना दे दी। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर फूड प्वाइजनिंग की चपेट में आने से बीमार लोगों को निजी व सरकारी अस्पताल में भर्ती करा दिया। जबकि कुछ लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।