नई दिल्ली, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कुछ वर्षों पहले जाकिर नाइक से एक साम्प्रदायिक सद्भाव सम्मेलन में मिलना स्वीकार किया है। यद्यपि उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने ऐसा करके किसी कानून का उल्लंघन नहीं किया क्योंकि उस समय विवादास्पद इस्लामी नेता के खिलाफ कोई मामला लंबित नहीं था।
सिंह ने महाराष्ट्र सरकार को चुनौती दी कि वह किसी कानून के उल्लंघन के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई करे। उन्होंने कहा कि सम्मेलन का आयोजन राज्य की उचित अनुमति से किया गया था। एनआईए नाइक के खिलाफ विभिन्न मंचों पर भाषणों और व्याख्यानों से भारत में धार्मिक समूहों के बीच कथित तौर पर शत्रुता और विद्वेष को बढ़ावा देने को लेकर जांच कर रही है।
सिंह ने ट्वीट किया, क्या कांग्रेस ने जाकिर नाइक को बचाया? हां मैं नाइक से मुम्बई में आयोजित एवं एक साम्प्रदायिक सद्भाव अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में मिला था और इसे संबोधित किया था। उन्होंने कहा कि सम्मेलन का आयोजन महाराष्ट्र सरकार से उचित अनुमति मिलने के बाद किया गया था और तब नाइक के खिलाफ कोई आपराधिक मामला नहीं था, कम से कम उनकी जानकारी में तो नहीं।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार सम्मेलन में उनके और नाइक के संबोधन की वीडियो रिकार्डिंग हासिल करके उनके खिलाफ कार्रवाई कर सकती है। उन्होंने कहा, यदि मैंने किसी कानून का उल्लंघन किया है, महाराष्ट्र सरकार या भारत सरकार मेरे खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए स्वतंत्र हैं और मैं किसी भी मामले का सामना करने के लिए तैयार हूं।