इटावा, उत्तर प्रदेश के इटावा में दीपावली पर्व पर उल्लू पक्षी की बलि की आशंकाओं के मद्देनजर वन विभाग की ओर से हाई एलर्ट किया गया है।
इटावा जिला प्रभागीय वन अधिकारी अतुलकांत शुक्ला ने यूनिवार्ता को एक विशेष भेंट में बताया कि वन विभाग की ओर से यह अलर्ट इसलिए किया जा रहा है क्योंकि इटावा के बीहड़ों में बड़े पैमाने पर उल्लू पाए जाते हैं और इसी दौरान तस्कर उल्लू पक्षी को पकड़ने के लिए सक्रिय हो जाते है। तस्कर उल्लू पक्षी को ना पकड़ सके इसलिए वन विभाग की ओर से विभागीय अधिकारियों कर्मियों को सक्रिय करने के साथ-साथ गुप्तचर को भी व्यापक सतर्क कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि सभी वन क्षेत्राधिकारियों के साथ-साथ में वन वाचर और गुप्तचर को सख्त दिशा निर्देश देकर के तस्करों की गतिविधियों के मद्देनजर सक्रिय किया गया है।
पूजा पाठ करने वाले पुजारी दिनेश तिवारी बताते है कि उनके पास कई ऐसे लोग आ चुके हैं जो सफेद और मटमैले रंग के उल्लूओ की मांग कई दफा कर चुके हैं जिसके एवज में एक एक करोड़ रुपए देने के लिए तैयार भी हुए हैं। इन रंग के उल्लूओ की मांग करने वाले ऐसा भी कहते रहे हैं कि अगर उनको उल्लू मिल जाएगा वह कई सौ करोड रुपए का कमा सकते हैं।
इटावा में पाए जाने वाले दुर्लभ उल्लुओं की जान पर दीपावली के करीब आते ही मुश्किले आना शुरू हो जाती है क्योकि तंत्र साधना से जुड़े लोग दीपावली पर इसकी बलि चढ़ाने की दिशा में सक्रिय हो जाते है । इस संबंध में चंबल सेंचुरी के कर्मियों को सतर्क कर दिया गया है ताकि कोई भी शिकारी बलि चढ़ाने के लिहाज से उल्लुओं को पकड़ने मे कामयाब नहीं हो । यह विडंबना ही है कि अधिक संपन्न होने के फेर मे कुछ लोग दुर्लभ प्रजाति के संरक्षित वन्यजीव उल्लुओं की बलि चढ़ाने की तैयारी मे जुट गए हैं।
यह बलि सिर्फ दीपावली की रात को ही पूजा अर्चना के दौरान दी जाती है। इन लोगों का मानना है कि उल्लू की बलि देने वाले को बेहिसाब धन मिलता है ।