देवबंद (सहारनपुर), श्री त्रिपुर मां बाला सुंदरी शक्तिपीठ की धरती उत्तर प्रदेश क देवबंद नगर में भगवान श्रीकृष्ण की भव्य शोभायात्रा रविवार तड़के चार बजे मंदिर श्रीठाकुरद्वारा पर सकुशल संपन्न हुई।
जन्माष्टमी के दो दिन बाद निकलने वाली यह भारत में अकेली शोभायात्रा है, जो 18 से 19 घंटे तक निकलती है और हजारों श्रद्धालुओं को आहलादित और आनंदित करती है। शनिवार सुबह नौ-दस बजे पूजा-अर्चना के बाद छिम्पीवाडा स्थित रथशाला से स्वर्ण रथ और लड्डू-गोपाल रथ बैंडबाजो और भजन मंडली के साथ भगवान श्रीकृष्ण के जयकारों के साथ मुख्य बाजार स्थित मंदिर श्री ठाकुरद्वारा पहुंचे, जहां कुछ घंटो के विश्राम के बाद शाम करीब चार बजे स्वर्ण रथ पर श्रीराधा के साथ फिर से सवार हुए। वहां से ये दोनो रथ अनाजमंडी होते हुए एमबीडी चैके पर पहुंचे। वहां, नौ-दस मनोरम झांकियां और चार बैंड शोभायात्रा में शामिल हो गए। चार -पांच किलोमीटर मार्ग में करीब 200 स्थानों पर श्रद्धालुओं, सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने भाव पूर्ण स्वागत किया। इस दौरान ठाकुरद्वारा मंदिर और राधाबल्लभ मंदिर पर विशेष पूजा-अर्चना हुई। आयोजकों के प्रबंधन के साथ-साथ पुलिस-प्रशासन की निगरानी के बीच जूलूस एवं सभी संवेदनशील स्थानों पर पर्याप्त संख्या में सशस्त्र पुलिसकर्मी, पीएसी और सुरक्षाकर्मी मुस्तैदी से तैनात रहे।
अखाडों और झांकियों ने लोगों को खूब आह्लादित किया। रात्रि में और कभी हल्की तो कभी तेज बूदां-बांदी भी हुयीं। आयोजन समिति के अध्यक्ष विनोद प्रकाश गुप्ता और कोषाध्यक्ष अशोक गुप्ता ने बताया कि इस बार दान और चंदे की राशि करीग 11-12 लाख रुपये रही, जो पिछले वर्षों से कही ज्यादा है। दर्शक आसपास के गांवों रणखंडी, भायला, जडौदाजट्ट सैनपुर, मिरगपुर के साथ-साथ सहारनपुर और मुजफ्फरनगर से भी पहुंचे। व्यापारी संगठनों ने झांकियों को पुरस्कृत किया और कलाकारों का उत्साह बढाया।