नयी दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विदेश सेवा के अधिकारियों से देश की संस्कृति को गौरव के साथ आगे बढाने तथा औपनिवेशिक मानसिकता से निजात पाने को कहा है।
भारतीय विदेश सेवा के 2023 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके आवास पर मुलाकात की। इस बैच में 15 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से 36 अधिकारी प्रशिक्षु हैं।
प्रशिक्षु अधिकारियों ने प्रधानमंत्री के नेतृत्व में विदेश नीति की सफलता की सराहना की और उनसे सुझाव तथा मार्गदर्शन मांगा। प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि उन्हें हमेशा गर्व और गरिमा के साथ देश की संस्कृति को अपने साथ रखना चाहिए और जहां भी वे तैनात हों, इसे प्रदर्शित करने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने व्यक्तिगत आचरण सहित जीवन के सभी क्षेत्रों में औपनिवेशिक मानसिकता पर काबू पाने और इसके बजाय खुद को देश के गौरवान्वित प्रतिनिधि के रूप में आगे बढ़ाने की बात की।
प्रधानमंत्री ने बताया कि विश्व मंच पर देश के प्रति धारणा बदल रही है। उन्होंने कहा कि अब हम दुनिया के साथ समान स्तर पर, परस्पर सम्मान और गरिमा के साथ जुड़ते हैं। उन्होंने बताया कि भारत ने अन्य देशों की तुलना में कोविड महामारी को कैसे संभाला। उन्होंने देश के तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में आगे बढ़ने का भी जिक्र किया।
प्रधान मंत्री ने प्रशिक्षु अधिकारियों को विदेश में तैनात होने पर भारतीय प्रवासियों के साथ अपने संबंधों को मजबूत बनाने का भी सुझाव दिया।