नयी दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि आजादी में अपने जनजातीय समुदाय के योगदान को देखते हुए देश ने जनजातीय गौरव सप्ताह मनाया है।
श्री मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात में आज कहा कि आजादी में अपने जनजातीय समुदाय के योगदान को देखते हुए देश ने जनजातीय गौरव सप्ताह भी मनाया है। देश के अलग-अलग हिस्सों में इससे जुड़े कार्यक्रम भी हुए। अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में जारवा और ओंगे, ऐसे जनजातीय समुदायों के लोगों ने अपनी संस्कृति का जीवंत प्रदर्शन किया।
उन्होंने कहा कि एक कमाल का काम हिमाचल प्रदेश में ऊना के मिनीयेचर रायटर राम कुमार जोशी जी ने भी किया है, उन्होनें, पोस्टेज स्टाम्प पर ही नेताजी सुभाष चंद्र बोस और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के अनोखे स्केच बनाए हैं। हिन्दी में लिखे ‘राम’ शब्द पर उन्होंने स्केच तैयार किए, जिसमें संक्षेप में दोनों महापुरुषों की जीवनी को भी उकेरा गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश के कटनी से भी कुछ साथियों ने एक यादगार दास्तानगोई कार्यक्रम की जानकारी दी है। इसमें रानी दुर्गावती के अदम्य साहस और बलिदान की यादें ताजा की गई हैं। ऐसा ही एक कार्यक्रम काशी में हुआ। गोस्वामी तुलसीदास, संत कबीर, संत रैदास, भारतेन्दु हरिश्चंद्र, मुंशी प्रेमचंद और जयशंकर प्रसाद जैसी महान विभूतियों के सम्मान में तीन दिनों के महोत्सव का आयोजन किया गया।
अलग-अलग कालखंड में, इन सभी की, देश की जन-जागृति में, बहुत बड़ी भूमिका रही है। आपको ध्यान होगा, ‘मन की बात’ के पिछले एपीसोड के दौरान मैंने तीन प्रतियोगिताओं का उल्लेख किया था – एक देशभक्ति के गीत लिखना, देश भक्ति से जुड़ी, आजादी के आंदोलन से जुड़ी घटनाओं की रंगोली बनाना और हमारे बच्चों के मन में भव्य भारत के सपने जगाने वाली लोरी लिखी जाए। मुझे आशा है कि इन प्रतियोगिताओं के लिए भी आप जरुर प्रवेश भी भेज चुके होंगे, योजना भी बना चुके होंगे और अपने साथियों से चर्चा भी कर चुके होंगे। मुझे आशा है बढ़-चढ़कर कर हिन्दुस्तान के हर कोने में इस कार्यक्रम को आप जरुर आगे बढ़ायेंगे।