मथुरा, उत्तर प्रदेश में कान्हानगरी मथुरा में श्रावण मास के कार्यक्रम के अन्तर्गत पुष्टिमार्गीय संप्रदाय के मंदिर ठाकुर द्वारकाधीश में 25 जुलाई से हिंडोला उत्सव प्रारंभ हो जाएगा।
श्रावण मास के कार्यक्रमों में भारत विख्यात द्वारकाधीश मन्दिर मशहूर है क्योंकि इस मन्दिर में श्रावण मास की शुरूवात से ही कार्यक्रम शुरू हो जाते हैं। श्रावण मास के पहले दिन यानी 25 जुलाई से मन्दिर में दो चांदी के तथा एक सोने का विशालकाय हिंडोला मन्दिर की चौक में डाला जाएगा। तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए ये विशालकाय हिंडोले नन्दोत्सव तक पड़े रहेंगे।
इस मन्दिर का हिंडोला और घटा उत्सव मशहूर है। मन्दिर के जनसंपर्क अधिकारी राकेश तिवारी ने बताया कि हिंडोला उत्सव के अन्तर्गत फल, फूल, पत्ती, जरी, मखमल आदि के हिंडोले अलग अलग तिथियों में डाले जाते हैं तथा लहरिया घटा के दिन मन्दिर में 9 हिंडोले डाले जाते हैं। इस बार लहरिया घटा में ठाकुर जी 17 अगस्त को दर्शन देंगे। हिंडोले डालने के कार्यक्रम को जारी कर दिया गया है।
इस मन्दिर का घटा महोत्सव निराला होता है। श्यामसुन्दर गोचारण लीला को जाते हैं इसी बीच आसमान में बादल छा जाते हैं और बारिश होने लगती है। काली घटा में तो बिलकुल ऐसा लगता है कि काले काले बादलों से अंधेरा छा गया है तथा घनघोर वर्षा हो रही है और बिजली चमक रही है। ऐसे वातावरण से मां यशोदा का चिंतित होना स्वाभाविक है और जब उनका लाला घर आ जाता है तो वे खुशी से उसे गले से लगा लेती हैं। काली घटा इस बार ण् 17 अगस्त को डाली जाएगी। उन्होंने बताया कि 6 अगस्त को पहली केशरी घटा डाली जाएगी।इसके बाद एक दिन छोड़कर घटा के दर्शन होंगे।
जनसंपर्क अधिकारी तिवारी ने बताया कि हिंडोले के विशेष दर्शन शाम पैाने पांच बजे से सवा पांच बजे तक होंगे वहीं घटा के दर्शन शाम साढ़े 6 बजे से साढ़े 7 बजे तक होंगे। इसके अलावा मन्दिर में शयन के दर्शन नित्य शाम सवा 6 बजे से 7 बजे तक होंगे।