फतेहपुर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में भेदभाव को सबसे बडा संकट मानते हुए आज राज्य की सत्ताधारी सपा के अलावा कांग्रेस और बसपा पर जोरदार हमला बोला। मोदी ने सबका साथ सबका विकास का मतलब समझाते हुए कहा कि सबको उसका हक मिलना चाहिए, चाहे वह किसी भी माता की कोख से पैदा हुआ हो।
मोदी ने एक चुनावी रैली में कहा, उत्तर प्रदेश में भेदभाव सबसे बडा संकट है। अन्याय की जडों में भेदभाव है। जिसका भी हक है, उसे मिलना चाहिए चाहे वह किसी भी माता की कोख से पैदा हुआ है। सबको उसका हक मिलना चाहिए। यही है सबका साथ सबका विकास। उन्होंने कहा, गांव में कब्रिस्तान बनता है तो श्मशान भी बनना चाहिए। रमजान में बिजली मिलती है तो दीवाली में भी मिलनी चाहिए। होली में बिजली मिलती है तो ईद पर भी मिलनी चाहिए। कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए। सरकार का काम है भेदभाव मुक्त शासन चलाने का। किसी के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए। धर्म और जाति के आधार पर बिल्कुल नहीं। मोदी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकारी खजाने से अनाप शनाप धन लुटाकर टीवी और अखबारों में छाये रहने के प्रयास से कुछ नहीं होना वाला है क्योंकि ये जनता है, सब कुछ जानती है। जनता बड़ी आसानी से दूध का दूध पानी का पानी कर देती है। आपके (अखिलेश) इरादे और नीयत साफ है या नहीं, नीतियां ठीक हैं या नहीं, प्राथमिकताएं उचित हैं या अनुचित। ये जनता जनार्दन भलीभांति समझ लेती है।
कांग्रेस और इसके उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर प्रहार करते हुए मोदी ने कहा कि सारे देश में तो पिट गये लेकिन सोचा कि शायद पुरखों के नाम पर उत्तर प्रदेश में बच जाएं। जिन्होंने कभी तेज धूप नहीं देखी थी, जो सोने के चम्मच लेकर पैदा हुए थे, ऐसे लोग 27 साल यूपी बेहाल का नारा लेकर गांव-गांव गये। उनको लग रहा था कि मौका है सरकार खत्म हो रही है, शायद जगह बन जाए। उन्होंने कहा, लेकिन पूरा भ्रमण करने के बाद (राहलु ने) पाया कि कुछ मेल नहीं बैठ रहा है। हम भी डूब रहे, तुम भी डूब रहे तो सोचा चलो जरा हाथ पकड लें, शायद बच जाएं।
अखिलेश पर पांच साल में जनता का भरोसा नहीं जीत पाने का आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा कि हाथ पकडा और गले लगे लेकिन पहले ही दिन पता चला कि रास्ता कठिन है। आपने (अखिलेश) जनता के साथ धोखा किया। लोहिया जिन सपनों को लेकर चले थे, उन्हें चूर किया। उस पार्टी (कांग्रेस) की गोद में बैठकर लोहिया को अपमानित किया। जनता ये बातें कभी माफ नहीं करती। प्रधानमंत्री यहीं नहीं रूके, उन्होंने अखिलेश कैबिनेट के मंत्री गायत्री प्रजापति का नाम लेते हुए कहा कि इस देश में एक थाने में एफआईआर लिखवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट को बीच में आना पडा। जिस राज्य में थाने का ये हाल होगा, बलात्कार करने वालों को खुली छूट होगी और न्याय पाने के लिए तडप रही मां एवं बेटी को शीर्ष अदालत के दरवाजे खटखटाने पडे। ये कौन सा काम किया आपने अखिलेश जी। आपके गायत्री ने कौन सा काम किया। उन्होंने कहा कि क्या ऐसे काम करने के लिए जनता ने सपा की सरकार बनायी थी। ये काम है कि कारनामा? क्या यही काम करने को सपा सरकार बनायी थी। उत्तर प्रदेश की जनता जानना चाहती है कि सपा और कांग्रेस का गठबंधन भी गायत्री जितना ही पवित्र है क्या?
मोदी ने कहा कि हमारी सरकार गरीब और किसान के लिए है। गरीबी क्या होती है, मैं जानता हूं। मां गर्मी में चूल्हे से खाना बनाकर खाना खिलाती थी। पीएम (प्रधानमंत्री) बना तो वो दर्द आज भी मुझे कुछ करने के लिए प्रेरणा देता है। मैंने तय किया कि तीन साल में पांच करोड गरीब परिवारों के घर में मैं गैस का चूल्हा पहुंचाउंगा और मुफ्त कनेक्शन दूंगा। उन्होंने कहा कि एलईडी बल्ब कांग्रेस के समय में 300 रुपये से 400 रुपये के बीच बिकता था। हमें लगा कि एलईडी बल्ब के नाम से मुनाफा लूटा जा रहा है तो हिसाब किताब लगाया। आज 70 रुपये से 80 रुपये में एलईडी बल्ब मिलता है। एक साल में हिन्दुस्तान में 20 करोड एलईडी बल्ब बिक चुके हैं और इसका परिणाम ये हुआ कि बल्ब की आयु ज्यादा है तथा बिजली का उपयोग करने वाले छोटे परिवारों की जेब में करीब 11 हजार करोड रुपये की बचत गयी। मोदी ने कहा कि वह अपनी मुसीबतें छिपाना नहीं च़ा़हते। उन्होंने कैंसर की 3000 रुपये की दवा 70 से 80 रुपये में कर दी। ऐसे में दवाई में मुनाफा कमाने वाले उन पर गुस्सा करेंगे। जो यूरिया की चोरी करते थे, उनकी चोरी बंद करा दी। उनका सारा मुनाफा गडढे में गया। नोटबंदी से हजार और पांच सौ रुपये की नोट गयी तो जिन्होंने 70 साल से लूटकर खाया था, अब उनका रुपया बाहर निकल रहा है। ऐसे लोग उन पर (मोदी) पर गुस्सा करेंगे। उन्होंने जनता से सीधा संवाद कर भावुक होते हुए कहा, जो मैंने किया किसके लिए किया, गुस्सा किसके लिए मोल लिया। जो किया इस देश के गरीब के हक के लिए किया। ऐसे समय मेरी रक्षा कौन करेगा। जो गुस्सा हो गये, ये छोटे नहीं, बडे और ताकतवर लोग हैं। चाहे जो करवा सकते हैं। चाहे तो मेरे खिलाफ कुछ भी कर सकते हैं। मेरा नुकसान करने का षडयंत्र करेंगे। मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ लड़ना है। 70 साल में जो धन लूटा, उसे लौटाना होगा। मेरी लडाई बड़ों से है, छोटे व्यापारियों से मुझे कोई परेशानी नहीं है। लड़ाई मुश्किल है पर मैंने उठायी है क्योंकि मुझे विश्वास है कि 125 करोड़ देशवासियों का मुझे आशीर्वाद है। आठ नवंबर के बाद देश के कुछ लोगों को मेरा निर्णय गले नहीं उतर रहा है लेकिन देश की जनता भ्रमित नहीं है। उसके गले उतर गया है कि मैंने कैसे साफ सफाई अभियान चलाया है।