नई दिल्ली, केंद्रीय जांच ब्यूरो ने कहा कि धोखाधड़ी के माध्यम से दो बैंकों को 290 करोड़ रुपये से अधिक का चूना लगाने के मामले में उसने अभिजीत समूह के प्रमोटरों मनोज जायसवाल तथा अभिषेक जायसवाल तथा केनरा बैंक के पूर्व उप महाप्रबंधक टी.एल.पई को गिरफ्तार किया है।
सीबीआई के मुताबिक, आरोपियों के कारण केनरा बैंक को 218.85 करोड़ रुपये तथा विजया बैंक को 71.92 करोड़ रुपये का चूना लगा। जांच एजेंसी ने कहा कि उसकी जांच में एक बड़े घोटाले का पर्दाफाश हुआ, जिसमें अभिजीत ग्रुप की 13 कंपनियों ने 20 से अधिक बैंकों तथा अन्य वित्तीय संस्थानों से ऋण लिए, जो एनपीए में तब्दील हो गया, जिसके कारण 11,000 करोड़ रुपये के ऋण का बकाया हो गया।
सार्वजनिक क्षेत्र के दो बैंकों की शिकायत पर एजेंसी ने साल 2015 में एक मामला दर्ज किया था, जिसके आधार पर गिरफ्तारियां हुई हैं। बैंक का आरोप है कि आरोपियों ने आपराधिक साजिश तथा धोखाधड़ी के माध्यम से 290.77 करोड़ रुपये के फर्जीवाड़े की साजिश रची। समूह के प्रमोटरों को कोलकाता से गिरफ्तार किया गया।