नगर निकाय चुनावों मे जीत के लिये, अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं से की ये अपील…
November 7, 2017
लखनऊ, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के समस्त कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों से नगर निकाय चुनावों मे जीत के लिये अपील की है। उन्होने कहा है कि वे इन स्थानीय निकाय के चुनावों को चुनौती मानकर एकजुटता से समाजवादी पार्टी के सभी प्रत्याशियों को भारी बहुमत से विजयी बनाएं।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि समाजवादी पार्टी की जीत लोकतंत्र, समाजवादी विचारधारा और समाजवादी सरकार की उपलब्धियों की जीत होगी और फासिस्ट तथा सांप्रदायिक राजनीति की पराजय होगी। इस जीत से देश-प्रदेश में स्वच्छ और नैतिक राजनीति को बल मिलेगा। विघटनकारी ताकतों को स्थानीय निकाय चुनावों में पराजित करने से ही सन् 2019 के चुनावों में भाजपा को केंद्र की सत्ता से बाहर करने का रास्ता प्रशस्त होगा।
पूर्व मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि जनता की निगाह में समाजवादी सरकार का काम बोलता है। इसलिए स्थानीय निकाय के चुनावों में समाजवादी पार्टी जनता के भरोसे अपनी जीत के लिए आश्वस्त है। भाजपा कीसंकुचित, कट्टवादी और रागद्वेषभरी राजनीति से जनता ऊबी हुई है। मंहगाई, बेकारी, नोटबंदी, जीएसटी से समाज का हर वर्ग तबाही का शिकार है।
अखिलेश यादव ने कहा है कि नगर निकाय चुनावों के परिणाम सन् 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए संकेत होंगे। इन चुनाव परिणामों से अगले वर्ष में राजनीति की दिशा का निर्धारण भी होगा। राज्य के मतदाता भाजपा के दिन प्रतिदिन गिरते ग्राफ के दौर में विकल्प के तौर पर समाजवादी पार्टी को ही अपने अंक देने को तत्पर है।
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार ने पांच सालों के अपने कार्यकाल में शहरों और गांवों के विकास की संतुलित योजनाएं बनाई थीं। महानगरों में मूलभूत सुविधाएं बढ़ाने के साथ गांवों मे सम्पर्क मार्ग और चारलेन सड़के बनाने का काम भी किया गया था। स्वास्थ्य, शिक्षा, परिवहन और बिजली-पानी -सीवेज की भी व्यवस्थाएं हुई थीं। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे, मेट्रो रेल, आईटी हब, मेडिकल कालेज, कैंसर संस्थान, अमूलदुग्ध प्लांट 1090, 108, 102, और यू.पी. 100 नं0 डायल जैसी जनहित की तमाम योजनाएं लागू की गई थी।
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार की उपलब्धियों के सामने भाजपा की सात माह की सरकार में एक भी काम ऐसा नहीं हुआ जिसका उल्लेख किया जा सके। समाजवादी सरकार के कामों का ही फिरसे उद्घाटन कर वाहवाही लूटी जा रही हैं। हाँ, इस बीच बदले की भावना से जनहित के समाजवादी सरकार के काम जरूर रोक दिए गए हैं।