मथुरा, नमामि गंगे परियोजना का बुधवार को मथुरा में शुभारंभ किया गया. नमामि गंगे परियोजना में यमुना नदी को शामिल करने के बाद यमुना सफाई अभियान शुरू किया जायेगा. वृन्दावन के नगर पालिका क्रिकेट मैदान में नमामि गंगे परियोजना और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का भी शुभारम्भ किया गया.
केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने कहा, ‘’कार्यक्रम की शुरुआत हरिद्वार से हुई और दूसरे फेस की शुरुआत मथुरा की यमुना नदी से की जाएगी. प्रधानमंत्री के नमामि गंगे परियोजना के तहत गंगा-यमुना नदियों को शुद्ध करने के कई योजनाओ पर काम किया जा रहा है. मथुरा रिफायनरी के गंदे पानी को ट्रीट कर साफ पानी बनाया जाएगा और यमुना नदी में छोड़ा जायेगा. सीवेज ट्रीटमेंट और मथुरा रिफायनरी का एक समझौता होगा. जिसमें एक दूसरे को फाइल हस्ताक्षर करके फाइल दी जायेगी.’’
उन्होंने बताया, ‘’मथुरा और वृन्दावन के सोलह घाटों पर काम शुरु हो गया है. दिल्ली से गंदा पानी अब मथुरा में नहीं आ पायेगा. यमुना नदी को तीन हिस्से मे बांट दिया गया है. दिल्ली से आने वाला गंदा पानी ट्रीट होकर मथुरा की यमुना नदी में शुद्ध होकर आयेगा. अगले चरण में आगरा की यमुना नदी को भी इस योजना का हिस्सा बनाने की बात की गयी है.’’
परियोजना के शुभारम्भ करते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, ‘’हमारी नदियों जो दूषित हो रही है उसकी वजह है गन्दा पानी. परियोजना से मथुरा का दूषित पानी रिसाइकिल करके इंडियन आयल के रिफाइनरी में इस्तेमाल करने का ऐतिहासिक काम भी किया जा रहा है. हमारी यमुना में हमने दूषित पानी छोड़ के इसकी पवित्रता को नष्ट करने का काम किया है.’’
इस मौके पर केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द प्रधान और मथुरा सांसद हेमा मालिनी भी वृन्दावन में मौजूद थीं.