वॉशिंगटन, अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को “टाइम पर्सन ऑफ द ईयर” चुन लिया गया है.टाइम मैगजीन के संपादक मंडल ने अमेरिकी के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को टाइम पर्सन ऑफ द ईयर 2016 घोषित किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार टाइम पर्सन ऑफ द ईयर के बड़े दावेदार थे. मोदी ऑनलाइन रीडर्स पोल में जनता के पसंदीदा भी रहे. उनको टाइम पत्रिका के ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ के वार्षिक सम्मान के लिए ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के साथ नामांकित किया गया था.
डोनाल्ड ट्रंप को इस साल का पर्सन ऑफ द ईयर चुने जाने पर मैगजीन ने टिप्पणी की “तो इस साल का फैसला अच्छे के लिए है या बुरे के लिए?” पत्रिका ने लिखा है कि इस साल डोनाल्ड ट्रंप को पर्सन ऑफ द ईयर चुन गया क्योंकि उन्होंने याद दिलाया कि डेमागॉजी (जनभावनाओं का दोहन करने वाली भाषणबाजी) निराशा पर पलती है और कोई भी सच उतना ही शक्तिशाली होता जितना कि उसे बोलने वाली की विश्वसनीयता होती है. पत्रिका के अनुसार ट्रंप को उन छिपे हुए मतदाताओं के गुस्से और डर को मुख्य धारा में लाकर उन्हें शक्ति देने के लिए चुना गया है. डोनाल्ड ट्रंप को बीते हुए कल की राजनीतिक संस्कृति को नष्ट करके आने वाले कल की राजनीतिक संस्कृति गढ़ने के लिए चुना गया है.
मैगजीन के अनुसार भारतीय प्रधानमंत्री ने हाल के दिनों में 500 और 1000 रुपये के नोटों को बंद कर दिया और पेरिस क्लाइमेट समझौते पर दस्तखत किए हैं. इसके चलते मोदी की लोकप्रियता बढ़ी है. मैगजीन ने बताया, ”ऐसे व्यक्ति या व्यक्तियों को चुना जाएगा, जिन्होंने हमारी जीवन को सही या गलत रूप से प्रभावित किया है और वे उससे जुड़े हुए हैं जो इस साल हमारे लिए अहम था।” पीएम मोदी साल 2014 और 2015 में भी इस रेस में थे। साल 2014 में तो वे दूसरे पायदान पर रहे थे.
टाइम पत्रिका 1927 के बाद से उस व्यक्तित्व को ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ चुनती आयी है जिसने साल भर में “अच्छे या बुरे” तौर पर पूरी दुनिया को सबसे ज्यादा प्रभावित किया हो. इस बार के दावेदारों में मोदी और ट्रंप के अलावा व्लादिमीर पुतिन, फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग, तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयब एर्दोगन, यूके इंडिपेंडेंट पार्टी के नेता निगेल फैरेज, अमेरिकी जिमनास्ट और ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता सिमोन बिल्स, अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन और गायिका बेयोंस आदि शामिल थे.