निकाय चुनाव खत्म होते ही, योगी सरकार ने दिया, बिजली का जोरदार झटका
November 30, 2017
लखनऊ, यूपी की योगी सरकार ने निकाय चुनाव खत्म होते ही प्रदेश की जनता को ने बिजली की दरों में बढ़ोत्तरी का ऐलान किया है। यूपी विद्युत नियामक आयोग ने शहरी, ग्रामीण और व्यावसायिक उपभोक्ताओं के लिए बिजली दरों में भारी बढ़ोत्तरी की है।
आयोग ने ग्रामीण घरेलू बिजली दरों में 63 फीसद, शहरी घरेलू में 8.49 फीसद, कॉमर्शियल में 9.89 और ऑफिसेस की बिजली दरों में 13.46 फीसद की वृद्धि की है। आयोग ने ओल्ड एज होम व अनाथालय या विशेष बच्चों के संस्थानों को दरों में राहत दी है और तीन साल के लिए लाइन लॉस का प्रतिशत भी निर्धारित कर दिया है। दो तीन दिन में नोटीफिकेशन जारी होने के एक हफ्ते बाद बढ़ी दरें लागू हो जाएंगी।अगले सप्ताह से बिजली महंगी हो जाएगी।
यूपी विद्युत नियामक आयोग के चेयरमैन एसके अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नई दरों की घोषणा की है। सबसे ज्यादा बोझ ग्रामीण उपभोक्ताओं पर पड़ा है। पहले ग्रामीण उपभोक्ताओं से 180 रुपए प्रति माह चार्ज किया जाता था, जिसे अब बढ़ा दिया गया है। ग्रामीण अनमीटर्ड उपभोक्ताओं को अब 300 रुपए प्रतिमाह बिल देना होगा। वहीं जिनके यहां मीटर लगा है, उन ग्रामीण उपभोक्ताओं को पहली 100 यूनिट बिजली 3 रु/यूनिट के दर से मिलेगी. 100-150 यूनिट के लिए ग्रामीण उपभोक्ताओं को 3.50 रु/यूनिट देना होगा. वहीं 150 से 300 यूनिट के लिए 4.50 रु/यूनिट देना होगा। इतना ही नहीं नई दरों के मुताबिक ग्रामीण उपभोक्ताओं को 50 रुपए का फिक्स चार्ज भी देना होगा. ग्रामीण इलाकों में मार्च से 400 रुपए प्रति किलोवाट का भी चार्ज लगेगा।
शहरी उपभोक्ताओं के लिए नई दरों की घोषणा कर दी गई है। 150 यूनिट तक बिजली 4.90 रूपए की दर से मिलेगी। इससे अधिक खर्च करने पर 150-300 यूनिट तक 5.40 रुपए/यूनिट , 300-500 यूनिट 6.20 रुपए/यूनिट की दर और 500 यूनिट से ऊपर 6.50 रुपए की दर से बिजली मिलेगी। शहरी व्यावसायिक उपभोक्ताओं को 300 यूनिट तक 7 रुपए प्रति यूनिट और 300 से 1000 यूनिट 8 रुपए प्रतियूनिट की दर से भुगतान करना होगा।
वर्तमान में बिजली विभाग करीब 75 हजार करोड़ के घाटे से जूझ रही है। यूपी के उर्जा विभाग की बिजली कंपनियों द्वारा विधुत नियामक आयोग को काफी पहले ही विद्युत दरों में वृद्धि में एक व्यापक बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव भेजा था। जिसे आज लागू कर दिया गया।उद्योगों को छोड़ गांव से लेकर शहरवासियों को महंगी बिजली का तगड़ा झटका लग गया।