निकाय चुनाव मे भाजपा सरकार की धांधली के खिलाफ, सपा ने निर्वाचन आयुक्त को दिया ज्ञापन
November 28, 2017
लखनऊ, समाजवादी पार्टी ने यूपी मे हो रहे निकाय चुनाव मे, भाजपा सरकार की धांधली के खिलाफ, निर्वाचन आयुक्त को ज्ञापन आज ज्ञापन सौंपा। राज्य निर्वाचन आयुक्त से सपा प्रतिनिधि मंडल ने भेंटकर ज्ञापन दिया।
समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने बताया है कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर आज समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमण्डल ने राज्य निर्वाचन आयुक्त को ज्ञापन देकर नगर निकायों के चुनाव निष्पक्ष रूप से बिना किसी राजनैतिक दबाव तथा भेदभाव के सम्पन्न कराने और मतदाता सूचियों में हुई धांधली की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषी लोगों के विरूद्ध कार्यवाही की मांग की है। प्रतिनिधिमण्डल ने मतगणना में किसी प्रकार की गड़बड़ी न होने देने की भी मांग की जिस पर चुनाव आयुक्त ने आश्वासन दिया कि वे ज्ञापन में उल्लिखित शिकायतों की जांच कराएंगे तथा स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव तथा उनकी सही ढंग से मतगणना को सुनिश्चित करेंगे।
समाजवादी पार्टी के ज्ञापन में कहा गया है कि प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा सत्ता के दुरूपयोग के कारण निष्पक्ष चुनाव न होने की जो आशंका जताई गई थी वह प्रथम व द्वितीय चरण के मतदान के समय सही साबित हुई है। भाजपा के मंत्रीगण जिलों के दौरों में चुनाव परिणामों को प्रभावित करने में लगे रहे। भाजपा नेता आदर्श आचार संहिता की धज्जियां उड़ा रहे हैं। प्रशासनिक तंत्र का दुरूपयोग कर मतदाता सूचियों में बड़ी संख्या में लोगों के नाम निकलवा दिए गए। राजधानी लखनऊ में ही दर्जनों मतदेय स्थलों पर भारी संख्या में लोग अपने वोट नहीं डाल सके।
ज्ञापन में कहा गया कि मुख्य रूप से लखनऊ, अलीगढ़, इलाहाबाद, वाराणसी, मेरठ, आगरा, ऐसे नगर निगम क्षेत्रों में सुनियोजित रूप से 15 से 20 प्रतिशत वोट मतदाता सूचियों में निकलवाए गए हैं। यह सरकार की सोची समझी रणनीति के तहत किया गया है। लगता है भाजपा सरकार की नीयत ही धांधली की रही हैं। गोपनीय ढंग से कुछ विशेष वर्गों के नाम यहां तक की पूरी पूरी बस्तियों के नाम ही गायब कर दिए गए हैं।
समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया है कि प्रचार में शासकीय मशीनरी का दुरूपयोग हो रहा हैं। मुख्यमंत्री जी तथा इनके मंत्री चुनावी सभाओं में नौकरी, आवास, मुफ्त बिजली आदि के प्रलोभन दे रहे हैं। इन कुचेष्टाओं से चुनाव की निष्पक्षता प्रभावित हुई है। ज्ञापन में यह भी कहा गया कि नगर निगमों के चुनाव में इवीएम मशीनों में गड़बड़ी की शिकायतें मिलीं। प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा पुरानी मशीने इस्तेमाल की गई जो निरंतर गड़बड़ रही। आश्वासन के विपरीत मशीनों के साथ वीवीपैट भी नहीं लगाया गया।
समाजवादी पार्टी के नेताओं का कहना था कि अनेक जिलों में भाजपा के उपद्रवी अराजक तत्वों ने गड़बड़ी की है। इनके द्वारा तीसरे चरण में कई जगह बूथ कैप्चरिंग किए जाने की आशंका है। मेरठ में जिस दल के प्रत्याशी की बटन दबाई गई उसका वोट दूसरे दल के खाते में जा रहा था। ये गंभीर शिकायते हैं जिनका निराकरण होना चाहिए अन्यथा इससे चुनाव और मतगणना की निष्पक्षता एवं पारदर्शिता प्रभावित होगी जो लोकतंत्र के लिए शुभ लक्षण नहीं होगा।