अहमदाबाद, आनंदी बेन पटेल के इस्तीफे के बाद गुजरात के नए मुख्यमंत्री चुनने की कवायद शुरू हो गई है। इस बात की संभावना है कि नए मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला हो सकता है। जानकारी के अनुसार, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह गुजरात पहुंच चुके हैं, जहां वह पार्टी नेताओं के साथ विचार-विमर्श करेंगे और विधायक दल की बैठक का आयोजन करेंगे। नए नेता के चुनाव के लिए विधायक दल की बैठक हो सकती है। भाजपा संसदीय बोर्ड ने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल का उत्तराधिकारी चुनने के लिए अधिकृत किया है। बोर्ड ने आनंदीबेन का इस्तीफा मंजूर कर लिया है।
गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने अपना इस्तीफा राज्यपाल ओपी कोहली को सौंप दिया। भाजपा संसदीय दल ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को उनका उत्तराधिकारी चुनने के लिए अधिकृत कर दिया जिसके बाद आनंदीबेन ने इस्तीफा सौंपा। राज्य भाजपा के अध्यक्ष विजय रूपानी ने कहा कि आनंदीबेन का इस्तीफा स्वीकार करने के बाद शाह को उनका उत्तराधिकारी चुनने के लिए अधिकृत किया गया है। शाह ने संसदीय दल की बैठक की अध्यक्षता की और इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी हिस्सा लिया। बोर्ड ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और भाजपा महासचिव सरोज पांडेय को नये नेता का चुनाव करने के लिए विधायकों से विचार विमर्श करने की खातिर केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। आनंदीबेन के पद छोड़ने को लेकर पहले ही कयास लगाए जा रहे थे लेकिन गुजरात की पहली महिला मुख्यमंत्री ने सोमवार को पद छोड़ने की पेशकश की थी क्योंकि वह जल्द ही 75 वर्ष की होने जा रही हैं। बहरहाल उनके उत्तराधिकारी को लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज है। भाजपा नेताओं के मुताबिक आंनदीबेन के उत्तराधिकारी पर निर्णय जल्द किया जा सकता है। भाजपा की राज्य इकाई के प्रभारी दिनेश शर्मा ने कहा कि हमने अभी विधायक दल की बैठक के समय पर निर्णय नहीं किया है क्योंकि राज्य पर्यवेक्षक नितिन गडकरी व्यस्त हैं। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह यह निर्णय करेंगे जो आज यहां पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगले मुख्यमंत्री का निर्णय करने के लिए विधायक दल की बैठक प्रक्रिया के मुताबिक राज्य पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में होगी। मुख्यमंत्री पद के लिए संभावित उम्मीदवारों पर हुए सवालों को टालते हुए शर्मा ने कहा कि पार्टी का कोई कार्यकर्ता ही अगला मुख्यमंत्री बनेगा।
राज्य भाजपा के प्रमुख विजय रूपानी ने आश्चर्यजनक रूप से खुद को दौड़ से बाहर बताया जिनका नाम मुख्यमंत्री पद के लिए प्रमुख रूप से उभरा था। उन्होंने कहा कि वह पार्टी संगठन के लिए काम करना पसंद करेंगे। राज्य कैबिनेट में दूसरे नंबर के नेता और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री नितिन पटेल, केंद्रीय मंत्री पुरूषोत्तम रूपाला और विधानसभा अध्यक्ष गणपत वसावा अब भी दौड़ में बने हुए हैं। दौड़ में आगे माने जाने वाले नितिन पटेल ने कहा कि पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व निर्णय करेगा कि अगला मुख्यमंत्री कौन बनेगा। गुजरात में नरेन्द्र मोदी के बाद के काल में पहली बार भाजपा को विपक्षियों की तरफ से कड़ी चुनौती मिली है। आनंदीबेन को तब निराशा हाथ लगी जब दिसम्बर 2015 के नगर निकाय चुनावों में ग्रामीण इलाकों में भाजपा का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा और विपक्षी कांग्रेस को अच्छी बढ़त हासिल हुई। उन्हें पटेल समुदाय की तरफ से आरक्षण आंदोलन का भी सामना करना पड़ा और स्थानीय निकाय के चुनावों में ग्रामीण इलाकों में भाजपा की हार का यह भी एक कारण रहा। हाल में उना में दलितों की पिटाई के बाद दलित आंदोलन से भी पार्टी की छवि को नुकसान हुआ है। आनंदीबेन की बेटी अनार पटेल के खिलाफ विपक्षी कांग्रेस द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों से भी उनकी मुसीबतें बढ़ गई थीं।