लखनऊ, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विधानसभा चुनाव में अपने प्रत्याशियों के प्रचार की कमान संभाल रखी है। सपा के गठन के बाद यह पहला मौका है, जब मुलायम चुनाव प्रचार में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। कहने को पार्टी में कई नेताओं को स्टार प्रचारक बनाया गया है, लेकिन मुख्य चेहरा अखिलेश यादव ही हैं। वहीं अखिलेश को भी अपने पिता के प्रचार नहीं करने का अफसोस है। उन्होंने कहा कि नेताजी का आशीर्वाद मेरे साथ है, लेकिन वह प्रचार में आते तो खुशी होती।
इसके साथ ही अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के अन्य नेताओं द्वारा योजनाओं में भेदभाव के आरोपों को खारिज किया है। अखिलेश ने कहा कि देवरिया से गोरखपुर के बीच चार लाइन की सड़क का निर्माण हो रहा है। अब इस सड़क पर कौन चलेगा यह मैं तय नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग राहुल राज सिंह, मोहम्मद वारिस, मोहम्मद नवाज अंसारी, सुप्रिया मौर्य और सुमिता यादव से जाकर पूछे की क्या भेदभाव हुआ है। ये तो कुछ नाम हैं। हमने 33 हजार बच्चों को लैपटॉप बांटे हैं और हजारों की संख्या में बेटियों को विद्या धन दिया है। सपा अध्यक्ष वहीं पीएम मोदी पर हमलावर होते हुए कहते हैं कि हमारी सरकार ने गोमती नदी पर काम किया है और यमुना नदी पर काम चल रहा है। बाकि प्रधानमंत्री ने दो किलोमीटर भी गंगा साफ नहीं की है। उन्होंने कहा कि दरअसल भाजपा की लड़ाई कमजोर दिखाई दे रही है। उनके नेता वाराणसी में बैठकर सिर्फ कचौड़ी-पकौड़ी खा रहे हैं। इस बार चुनाव में भाजपा को वोट नहीं मिलेगा।