काठमांडू, नेपाल के माओवादियों की पार्टी कम्युनिस्ट पार्टी नेपाल (माओवादी) के फिलहाल सरकार में बने रहने के फैसले से प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली की सरकार के लिए उत्पन्न संकट टल गया है। ओली से भेंट के बाद माओवादी नेता पुष्प कमल दहल प्रचंड ने बताया कि प्रधानमंत्री ने प्रस्ताव किया है कि वार्षिक बजट को संसद में पारित कराने के बाद वह उनके नेतृत्व वाली सरकार का समर्थन करेंगे।
माओवादियों की पार्टी ने कल सरकार से अलग होने और श्री प्रचंड के नेतृत्व में नयी सरकार बनाने का फैसला किया था जिससे नेपाल में राजनीतिक संकट शुरू हो गया था। माओवादियों के इस फैसले के बाद उनके नेता प्रचंड ने नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा से भेंट की, किन्तु दोनों पार्टियों के बीच कोई सहमति नहीं बन सकी। देउबा ने श्री प्रचंड को सरकार के विरूद्ध अविश्वास प्रस्ताव पेश करने का सुझाव दिया जिसे उन्होंने तकनीकी कारणों से स्वीकार नहीं किया। नेपाल की वर्तमान सरकार के गठबंधन में माओवादियों की पार्टी दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है। उसके नेता श्री प्रचंड की श्री ओली से दुबारा भेंट में श्री ओली ने प्रस्ताव किया कि माओवादी बजट पारित कराने में सरकार की मदद करेंगे और इसके बाद वह माओवादियों के नेतृत्व वाली सरकार का समर्थन करेंगे। माओवादी सूत्रों का कहना है कि दोनों नेताओं की बैठक में एक समझौते पर सहमति हुई है जिसके अनुसार माओवादी बजट पारित करने का समर्थन करेंगे। श्री प्रचंड के बारे में श्री ओली से हुई बातचीत की जानकारी नेपाली कांग्रेस के नेता श्री देउबा को दी। बाद में श्री ओली ने संसद को संबोधित करते समय संसद को भंग करने का खंडन किया। उन्होंने कहा कि वह लोकतांत्रिक परिवर्तन में बाधक नहीं बनेंगे।