लखनऊ, उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले नेशनल यूनिवर्सिटी गेम्स में देश भर से करीब आठ हजार खिलाड़ी और अन्य स्टाफ भाग लेंगे।
अधिकृत सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि करीब दो दर्जन खेलों में ये खिलाड़ी अपनी प्रतिभा दिखाएंगे। आयोजन की तैयारी जोर-शोर से की जा रही है। इस सिलसिले में 22 दिसंबर को हुयी उच्चस्तरीय बैठक में खेल विभाग के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल, भारतीय खेल प्राधिकरण के निदेशक संदीप प्रधान, खेलो इंडिया की सीनियर निदेशक एकता विश्नोई ने तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में जिलों के भी खेल अधिकारी मौजूद थे।
उन्होने बताया कि अप्रैल-मई तक लखनऊ में एक खेल गांव बस जाएगा। इस गांव में हर तरह एवं हर रेंज के चिकेन के कपड़े समेत लखनऊ की पहचान से जुड़े स्टॉल लगेंगे। लखनऊ के प्रमुख मेट्रो रेलवे स्टेशनों को भी नेशनल यूनिवर्सिटी गेम्स की थीम पर सजाया जाएगा। लखनऊ विश्वविद्यालय में भी कमोबेश ऐसा ही नजारा होगा। जिन जिलों में नेशनल यूनिवर्सिटी गेम्स होंगे, वहां के क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारियों को नोडल अधिकारी बनाया गया है। जहां भी खेल होंगे, खिलाड़ियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए वहां विशेषज्ञ चिकित्सक एवं फिजियोथेरेपिस्ट भी रहेंगे।
आयोजन में कुल 22 खेल होंगे। अलग-अलग खेलों के लिए उन शहरों को चुना गया है, जहां उनकी परंपरा रही है और इनके लिए बुनियादी सुविधाएं भी मौजूद हैं। शासन स्तर से इन सुविधाओं को और बेहतर किए जाने के निर्देश भी दिए जा चुके हैं। मौके पर जाकर लगातार इनकी निगरानी भी की जा रही है।
सूत्रों के अनुसार वाराणसी में मलखंभ, कुश्ती, योग की प्रतिस्पर्धायें होंगी जबकि रोइंग की स्पर्धा गोरखपुर में और कबड्डी, जूडो, बॉक्सिंग, तीरंदाजी व फेसिंग स्पर्धाएं नोएडा में आयोजित होंगे। राजधानी लखनऊ में बैडमिंटन, स्वीमिंग, फुटबॉल, हॉकी, टेनिस, टेबल टेनिस की प्रतियोगितायें आयोजित की जायेंगी।