लखनऊ, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर देश की अर्थव्यवस्था को ध्वस्त करने का आरोप लगाते हुये समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को कहा कि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार का ‘नोटबंदी’ का मास्टर स्ट्रोक जनता के लिये ब्रेन स्ट्रोक साबित हुआ है।
सपा मुख्यालय में वर्ष 2016 में नोटबंदी के दिन पैदा हुये बच्चे ‘ खंजाची’ का जन्मदिन मनाने के बाद आयोजित संवाददाता सम्मेलन में अखिलेश ने कहा कि केन्द्र सरकार ने जानबूझ कर नोटबंदी का फैसला जनता को परेशान करने के लिये किया था जिससे उसका तानाशाही रूप जनता के सामने आ सके। नोटबंदी के दौरान कई लोगों की जान चली गयी। बैंक की लाइन में लगी उस मां पर क्या बीती होगी जिसने कतार में ही बच्चे को जन्म दिया। सपा हर साल खंजाची का जन्मदिन मना रही है जबकि सही मायने में भाजपा को बच्चे का जन्मदिन मनाना चाहिये और उसका सम्मान करना चाहिये।
उन्होने कहा कि नोटबंदी का फैसला मास्टर स्ट्रोक के बजाय आम जनता के लिये ब्रेन स्ट्रोक की तरह रहा जबकि इसका फायदा उद्योगपतियों को जरूर मिला। मोदी सरकार का तर्क था कि नोटबंदी से काला धन वापस आयेगा। सरकार बताये कि कितना काला धन वापस आया और कौन इसे लेकर विदेश चला गया। वह पहले भी कह चुके हैं कि हमारा आपका लेनदेन काला सफेद होता है, रूपया काला सफेद नहीं होता। भाजपा के कार्यकाल में देश में भ्रष्टाचार चरम पर है, खासकर उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार सभी सीमाओं को तोड़ चुका है। अर्थव्यवस्था के खराब हालात भाजपा के गलत फैसलों से पैदा हुये।
लखीमपुर मामले में उच्चतम न्यायालय की टिप्पणी का हवाला देते हुये अखिलेश ने कहा कि जब तक भाजपा सरकार मे है, न्याय की उम्मीद लोगों को नहीं करनी चाहिये। उत्तर प्रदेश में तीन इंजन कानून व्यवस्था को ध्वस्त कर रहे है। दिल्ली और लखनऊ के अलावा अब लखीमपुर का इंजन भी कानून व्यवस्था का बेड़ा गर्क कर रहा है।
उन्होने कहा कि फतेहगढ जेल में हुयी हिंसा सरकार की ठोको नीति का परिणाम है। जेल में कैदियों ने जेल, पुलिस अफसरों और बंदी रक्षकों सबको ठोक दिया। अब तो एसआईटी पर भी सवाल खड़े होने शुरू हो गये है। एसआईटी को किस दिशा में जांच करनी है, यह भाजपा तय करती है। अब एसआईटी की जांच कौन करेगा। सही मायनों में भाजपा के गलत फैसले सस्थाओं को खत्म कर रहे हैं।
इस मौके पर सपा एमएलसी पम्मी जैन ने परफ्यूम वितरित किया जिस पर चुटकी लेते हुये अखिलेश ने कहा कि भाजपा का वश चलेगा तो इस परफ्यूम का रंग बदल देगी मगर इसकी खुश्बू नहीं बदल पायेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बताना चाहिये कि पिछले साढ़े चार सालों में उनकी सरकार की क्या उपलब्धियां रही है। इन्होने सिर्फ नाम और रंग बदलने का काम किया है या फिर यूपी को बरबाद किया है। भाजपा के कार्यकाल में सबसे ज्यादा आत्महत्यायें मजदूरो,बेरोजागार युवाओं और किसानो ने की है।
अपनी पार्टी के एक विधायक से भूख हड़ताल खत्म करने की अपील करते हुये उन्होने कहा कि यह सरकार अंधी और बहरी है। उसके खिलाफ भूख हड़ताल करने का कोई लाभ नहीं है। लड़ना है तो अच्छी तरह खा पीकर स्वस्थ होकर लडाई लडनी चाहिये।